इजियम में सामूहिक कब्र से 436 शव निकाले गए, 30 पर प्रताड़ना के निशान: यूक्रेन

संयुक्त राष्ट्र की टॉप मानवाधिकार संस्था ने यूक्रेन में मानवाधिकारों के उल्लंघन का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम का गठन किया था। टीम ने शुक्रवार को कहा कि उसकी शुरुआती पड़ताल में देश में युद्ध अपराध होने के सबूत मिले हैं। टीम ने अब तक कीव, चेर्निहीव, खारकीव और सुमी में जांच शुरू की है। दावे में पूर्व में हिरासत में लिए गए लोगों से बातचीत का हवाला दिया है। बताया जा रहा है कि ये वे लोग हैं, जिनके साथ रूस के निरुद्ध केंद्रों में मारपीट हुई थी।

आयोग के अध्यक्ष एरिक मूज ने कहा कि हमने जिन क्षेत्रों का दौरा किया, वहां बड़ी संख्या में लोगों को मारे जाने का पता चला। आयोग इस समय 16 शहरों और बस्तियों में इस तरह की हत्याओं के मामलों की जांच कर रहा है। टीम ने 27 शहरों, बस्तियों, कब्रिस्तानों व प्रताड़ना केंद्रों का भी दौरा किया। उन्होंने 150 से अधिक पीड़ितों और गवाहों से बातचीत की।

इस बीच यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि पूर्वी शहर इजियम में एक सामूहिक कब्र को खोद कर 436 शव निकाले गए हैं। इनमें से 30 शवों पर उन्हें प्रताड़ित किए जाने के निशान हैं। खार्किव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह स्येनेहुबोव और क्षेत्र के पुलिस प्रमुख वोलोदिमीर त्यमोश्को ने इजियम में शुकहा कि इस महीने यूक्रेनी सैनिकों द्वारा वापस अपने नियंत्रण में लिए गये इलाकों में तीन और सामूहिक कब्र का पता लगाया गया है।

भारत की प्रतिक्रिया
रूसी आक्रमण के कारण यूक्रेन में मानवाधिकारों की स्थिति पर जांच आयोग की प्रारंभिक रिपोर्ट के बीच भारत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। आयोग के साथ संवादात्मक संवाद में भारत ने भी बयान जारी किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here