मेरठ:यह मामला सोमवार को मेरठ के टीपीनगर में थाने पहुंचा। हालांकि पुलिस ने फिलहाल दोनों को शांत कर दिया है।
शारदा रोड, ब्रह्मपुरी निवासी युवक का दूसरे समुदाय की युवती से प्रेम-प्रसंग था। दोनों की सहमति से दो साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी हुई। उनके एक पुत्र भी है। वह अब मायके में भी जाने लगी। पुलिस ने बताया कि उसकी मां ने उकसाया कि वह पति से रीति-रिवाज के अनुसार निकाह करे। इसके चलते महिला ने अपने पति पर दबाव बनाया।
उसका कहना है कि जब वह धर्म छोड़कर मंदिर में शादी कर सकती हूं तो वह मेरे लिए निकाह क्यों नहीं कर सकता। इसे लेकर दंपती में तकरार है। इसके चलते दंपती टीपीनगर थाने पहुंचा। पुलिस ने दोनों को सुना और युवक के परिजनों को बुला लिया। देर शाम थाने में पंचायत चली। पुलिस ने फिलहाल दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत करके घर भेज दिया है।
मैं तुम्हारे लिए धर्म बदल सकती हूं तो तुम मेरे लिए क्यों नहीं…। बेटे के नाम को लेकर भी दंपती में तकरार हो गई।
मां ने तैमूर, पिता ने बद्रीनाथ रखा नाम
मां ने पुत्र का नाम तैमूर रखा है जबकि पिता ने बद्रीनाथ रखा। इसको लेकर भी बखेड़ा हुआ। युवक ने बताया कि पत्नी बेटे को लेकर मायके में गई थी। वहां उसका खतना करा दिया। विरोध करने पर उसे धमकी दी गई। इसको लेकर दोनों के परिजनों में तकरार भी हुई।
समझौता कराया जा रहा
सीओ ब्रह्मपुरी अमित कुमार राय का कहना है कि दोनों के बीच समझौता कराया जा रहा है। महिला की मां ने इस मामले को तूल दिया है। हालांकि दंपती दो साल से टीपीनगर क्षेत्र के मलियाना में किराए के मकान में शांतिपूर्वक रह रहे थे। महिला की मां को सख्त हिदायत दी है कि वह दंपती के बीच हस्तक्षेप न करें। अन्यथा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।