प्रशासन की विफलता के कारण…पहलगाम हमले पर बोले अरशद मदनी

पहलगाम के आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत हो गई. जमीअत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख अरशद मदनी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. साथ ही मरने वालों के परिवारों के दुख में बराबर की शरीक है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर में ज्यादा निगरानी के बावजूद आतंकवादियों के द्वारा हत्या और लूटमार का बाज़ार गर्म करके भाग निकलना वाकई में चौंकाने वाला है. प्रशासन की विफलता के कारण शांति व्यवस्था को आग लगाने वाली ताक़तें अपने नापाक इरादों में सफल हो गयीं.

जमीअत उलमा-ए-हिंद विशेष रूप से धर्म के आधार पर आपराधिक कार्यवाई को देश के लिए और देश की शांति व्यवस्था के लिए बर्बादी का कारण समझती हैं, जहां आतंकवादियों के इस घिनौने कार्य से ज्यादा चिंता हो रही है वहीं आम कश्मीरियों का इस आतंकवादी हरकत से नफ़रत और घृणा का प्रदर्शन भी हो रहा है.

कश्मीर का आम मुसलमान शांति चाहता है

अरशद मदनी ने कहा कि मस्जिदों से इस प्रकार की हरकतों से घृणा की घोषणा यह बता रहा है कि कश्मीर का आम मुसलमान कश्मीर में शांति व्यवस्था को बढ़ावा देना चाहता है और उसके दिल में धर्म से ऊपर उठकर भाईचारा और सहानुभूति का जज़्बा ताक़तवर और ज़िंदा है. यह चीज़ बता रही है कि शांति व्यवस्था को स्थापित रखने में सरकार को कश्मीरियों का पूरा सहयोग होगा.

पूरा कश्मीर बंद

आतंकवाद के खिलाफ पूरा कश्मीर बंद है. लोग सड़कों पर उतर आए हैं, उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. हमारे मेहमानों की हत्या करने सही नहीं किया गया है, इन्हें सजा मिलनी चाहिए. लालचौक पर सैकड़ों की संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.

भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा

गृह मंत्री अमित शाह ने का कि भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा. इस कायराना आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here