मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के एक बयान ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। जबलपुर में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि “पूरा देश, देश की सेना और सैनिक प्रधानमंत्री मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।” इस बयान के बाद विपक्ष ने आरोप लगाया कि उन्होंने भारतीय सेना का अपमान किया है।
आतंकी हमले पर टिप्पणी
कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए डिप्टी सीएम देवड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करने का जो साहसिक फैसला लिया, उसके लिए पूरा देश आभारी है। उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री के फैसले पर तालियां बजवाईं। लेकिन, इसी क्रम में उनकी टिप्पणी को सेना के प्रति असम्मानजनक माना जा रहा है।
डिप्टी सीएम का बयान
डिप्टी सीएम ने कहा कि “पाहलगाम हमले के बाद देशभर में गुस्सा था। आतंकवादियों ने निर्दोष पर्यटकों की हत्या की और धर्म पूछ-पूछ कर गोली मारी। उन महिलाओं के सिंदूर को मिटा दिया, जिनके पतियों को उनके सामने मारा गया।” उन्होंने आगे कहा, “जब तक आतंकवादियों को समाप्त नहीं कर देते, चैन की सांस नहीं लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने जो कदम उठाया है, उसके लिए पूरा देश और सेना उनके चरणों में नतमस्तक है।”
बयान पर क्यों हो रही आलोचना?
डिप्टी सीएम के बयान में प्रधानमंत्री को संपूर्ण श्रेय देने और सेना की भूमिका को दरकिनार करने पर विपक्ष और रक्षा विशेषज्ञों ने कड़ी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि सेना के साहस और बलिदान को नजरअंदाज कर प्रधानमंत्री की प्रशंसा करना अनुचित है।
बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें
यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेता के बयान से विवाद उत्पन्न हुआ हो। इससे पहले भी प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री विजय शाह के बयान पर सवाल उठ चुके हैं। अब डिप्टी सीएम के इस बयान ने पार्टी के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है।
विपक्ष की मांग
कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने देवड़ा से सार्वजनिक माफी की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल से शिकायत करते हुए कहा कि इस बयान से राष्ट्रीय सुरक्षा भावना को ठेस पहुंची है। दूसरी ओर, बीजेपी नेताओं ने देवड़ा का बचाव करते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।