मणिपुर में एक मैतेई संगठन के नेता की गिरफ्तारी के बाद भड़के विरोध और हिंसा को लेकर पुलिस व सुरक्षाबलों ने सख्ती शुरू कर दी है। सुरक्षाबलों पर फायरिंग के मामले में अरामबाई तेंगगोल संगठन से जुड़े एक व्यक्ति को हथियार सहित गिरफ्तार किया गया है, जबकि 19 अन्य उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, 9 जून को इंफाल पश्चिम के तेरा सपाम इलाके में जब सुरक्षा बल सड़क जाम हटाने पहुंचे, तो उन पर फायरिंग की गई। इस मामले में 39 वर्षीय राज उर्फ बोइनाओ पंगेइजम को एक पिस्तौल के साथ पकड़ा गया। उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे 8 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है।
अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर उस वक्त हमला किया जब वे रास्ता खोलने की कोशिश कर रहे थे। एक व्यक्ति ने फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने हिंसा, सड़क जाम और यात्रियों को परेशान करने जैसे आरोपों में 19 अन्य लोगों को भी पकड़ा है, जिनमें से कई नशे की हालत में थे।
मैतेई नेता की गिरफ्तारी से उपजा तनाव
शनिवार को इंफाल एयरपोर्ट से अरामबाई तेंगगोल संगठन के एक सदस्य कानन सिंह की गिरफ्तारी के बाद से हालात बिगड़ने लगे। बताया जा रहा है कि कानन सिंह का नाम 2023 की जातीय हिंसा से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने इस गिरफ्तारी के अलावा चार अन्य व्यक्तियों को भी पकड़ा है, लेकिन उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों में निषेधाज्ञा लागू है, वहीं इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं।