संविधान में धर्म निरपेक्ष और समाजवादी शब्द जोड़ना भारत की आत्मा पर कुठाराघात: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि आपातकाल के दौरान संविधान की प्रस्तावना में “धर्मनिरपेक्ष” और “समाजवादी” शब्दों को जोड़ना देश की आत्मा पर प्रहार जैसा था। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के लिए कांग्रेस को देशवासियों, विशेष रूप से दलित और वंचित समुदाय से क्षमा मांगनी चाहिए।

लोक भवन में ‘संविधान हत्या दिवस’ के तहत ‘भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने जिन वंचितों को अपने विचारों और संविधान निर्माण के माध्यम से अधिकार दिलाए, कांग्रेस ने आपातकाल के दौरान उन्हीं की आवाज को दबा दिया।

लोकतंत्र सेनानियों को मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले सेनानियों और उनके परिजनों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल, जो कभी आपातकाल का विरोध करती थीं, आज राजनीतिक स्वार्थ के चलते कांग्रेस के साथ खड़ी हैं।

योगी ने कांग्रेस पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के अधिकारों को कुचलने का कार्य किया। मीडिया पर सेंसरशिप लगाकर उसकी स्वतंत्रता छीन ली गई। उन्होंने कहा कि यह इतिहास कभी भुलाया नहीं जा सकता।

प्रदर्शनी में दिखाई गईं लोकतंत्र की पीड़ा

संगोष्ठी से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आपातकाल की त्रासदी’ पर आधारित एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें अखबारों और पत्रिकाओं के कवर, फोटो और अन्य सामग्री के माध्यम से उस समय के हालातों और लोकतंत्र सेनानियों के संघर्ष को चित्रित किया गया।

संघर्ष की यादों को किया साझा

इस आयोजन में आपातकाल के दौरान संघर्ष करने वाले कई लोकतंत्र सेनानियों ने अपने अनुभव साझा किए। किसी ने भूमिगत रहने की घटनाएं बताईं, तो किसी ने जेल की यातनाओं को याद किया।

वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि उस दौर में देश को एक बड़ी जेल में तब्दील कर दिया गया था, सिर्फ इसलिए कि इंदिरा गांधी सत्ता में बनी रहें।

विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने बरेली जेल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह निर्णय व्यक्तिगत सत्ता को बनाए रखने के लिए लिया गया था।

लोकतंत्र सेनानियों को किया गया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 26 लोकतंत्र सेनानियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इन सम्मानित व्यक्तियों में कृष्ण कुमार दीक्षित, गणेश राय, राकेश स्वरूप निगम, अजीत कुमार सिंह, सुरेश शिवजी रानी, डॉक्टर अजय शर्मा, जयदेव आहूजा, हरि श्याम रस्तोगी, राम किशोर शर्मा, अशोक शर्मा, डॉ. संतोष वाजपेयी, डॉ. बलवेंद्र अवस्थी, मधुकर मिश्रा, रामतीर्थ वर्मा, सुरेश चतुर्वेदी, सत्यप्रकाश जैन, रामचंद्र सिंह, आशुतोष पाठक, डॉ. राम लोलाक उपाध्याय, सरल मालवीय, सतीश चंद्र गौड़, दिनेश प्रताप सिंह, दिनेश अग्निहोत्री, संजय मिश्रा, भारत त्रिपाठी और धीरेंद्र श्रीवास्तव शामिल रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here