मेरठ में रविवार को हापुड़ रोड पर हो रहे आजाद समाज पार्टी के महासम्मेलन में चंद्रशेखर जनता को संबोधित करने पहुंचे। काशीराम के सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति आंदोलन के तहत बहुजन समाज भाईचारा बनाओ महासम्मेलन में पार्टी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने मंच से चुनावी हुंकार भरी, जबकि महासम्मेलन में आसपास के जनपदों से काफी लोग पहुंचे।
महासम्मेलन के चलते रैली स्थल के बाहर सड़क पर जाम के हालात बने रहे। वहीं जनसभा स्थल से संगठन को मजबूत बनाने के साथ ही समाज के उत्थान का वक्ताओं ने आह्वान किया। हाथरस, कासगंज, अलीगढ़, मुरादाबाद, झांसी आदि से भी लोग पहुंचे।
आजाद समाज पार्टी कांशीराम के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो वे मुस्लिमों को आरक्षण और किसानों को एमएसपी की गारंटी देने का काम करेंगे। यह बातें चंद्रशेखर ने हापुड़ रोड पर आयोजित पार्टी के महासम्मेलन में कही। गुर्जरों को साधते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने पर जेवर एयरपोर्ट का नाम मिहिर भोज करेंगे।
कश्मीर में आतंकवाद को रोकने को लेकर कहा कि सरकार आर्मी में गुर्जर और जाटव रेजीमेंट बनाने का काम करे। चंद्रशेखर ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि दोनों सरकार अपनी घोषणाओं को पूरा करने में फेल हुई है। महंगाई और बेरोजगारी से देश और प्रदेश में त्राहिमाम मचा है। देश के किसान 10 महीने से अपने हक के लिए सड़कों पर पड़े हैं और सरकार उन्हें गाड़ियों से कुचलवा रही है। चंद्रशेखर ने सत्ता हासिल करने के लिए बहुजन समाज को संगठित होने का आह्वान किया। कहा कि दलितों और पिछड़ों को एक होना होगा। चुनाव में जाति और धर्म से ऊपर उठके अपनों को वोट करें।
महासम्मेलन में मेरठ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र रछौती, हाथरस से अजय सागर, मेरठ मंडल की पूजा सागर सतीश बौद्ध, होशियार सिंह निमेष, हेमसिंह, मनोहर सिंह, सुमित वाल्मीकि, प्रिंस चौधरी, शेखर खरखौदा, कुंवरपाल सिंह, नरेंद्र प्रधान, रविकांत जाटव, आशीष बौद्ध, मानवेन्द्र सिंह, प्रीति हरित, शहजाद शेख, सर्वेश वाल्मीकि, केपी जाटव, जयभगवान जाटव, ओमपाल प्रजापति, आमना बेगम, संदीप किठौर, बिजेंद्र सूद, चतरसिंह जाटव, चरण सिंह एडवोकेट आदि मौजूद रहे।
लहराए झंडे, गूंज रहा जयभीम
महासम्मेलन में युवाओं की भारी मौजूदगी रही। आजाद समाज पार्टी की टोपी, झंडे और पटका पहनकर पहुंच रहे लोग। जय भीम के नारे गूंज रहे। बाबा साहब को किया जा रहा नमन। दलितों पर किसी को भी तरस नहीं केवल भीमराव ने इसे समझा और उत्थान किया।
बारिश में भीगकर सुना भाषण
आसपा कार्यकर्ताओं ने बारिश में भीगते हुए चंद्रशेखर का भाषण सुना। जब तक चंद्रशेखर ने भाषण दिया लोग पंडाल में जमे रहे। चंद्रशेखर भी डाइस से माइक लेकर आगे आ गए और कहा कि जब कार्यकर्ता भीग सकते है तो वो क्यों नहीं भीग सकते।