कानपुर देहात के शिवली कोतवाली के करोम गांव में मारपीट के मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय शिकायतकर्ता के बेटे को ही पुलिस ने हवालात में बंद कर दिया। साथ ही उसे छोड़ने के नाम पर दरोगा ने पीड़ित से आठ हजार रुपये ले लिए। इसका वीडियो वायरल हो रहा है। पीड़ित ने मामले में एडीजी से शिकायत की है।
करोम गांव के सतीश बाबू ने बताया कि 25 सितंबर को गांव निवासी चौकीदार वीरेंद्र उसके दरवाजे आया। उसने कोल्ड स्टोर में रखे आलू की रकम को लेकर विवाद शुरू कर दिया। इस बीच उसके साथ कई और साथी आ गए और उसकी पिटाई की। घायल होने पर कानपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज कराया।
मामले की शिकायत पुलिस से की तो कार्रवाई नहीं हुई। इस पर एसपी व अन्य अधिकारियों से शिकायत की तो थाने में तैनात दरोगा दिग्विजय सिंह नाराज हो गए। आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय वह 23 अक्तूबर को बेटे श्रजल को पकड़ ले गए और उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे छोड़ने के नाम पर आठ हजार रुपये लिए।
पीड़ित ने किसी तरह से इसका वीडियो बना लिया। वीडियो में दरोगा सादे कपड़ों में रुपये लेकर जेब में डालते दिख रहे हैं। अब ये वीडियो वायरल हो रहा है। अमर उजाला वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। पीड़ित ने मामले की शिकायत एडीजी से की है। सीओ रसूलाबाद विजयेंद्र दुबे ने बताया कि शिकायतकर्ता को बुलाया गया है। मामले की जांच कर निष्पक्ष रुप से कार्रवाई की जाएगी।