संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा किए गए भारत बंद के आह्वान का शहर के बाजारों में कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। शहर के बाजारों में धड़ल्ले से दुकानें खुली है हालाकि इस दौरान बाजारों में नाम मात्र ही ग्राहक देखने को मिल रहे है।
आपको बता दे कि कृषि अध्यादेशों के विरोध में आज संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है। जिसे लेकर किसानों ने जगह-जगह चक्का जाम भी करना शुरू कर दिया है। लेकिन किसानों द्वारा किए जा रहे इस भारत बंद में व्यापारियों से सहयोग की मांग के बाद भी शहर के बाजारों में सभी दुकानें धड़ल्ले से खुली है। लेकिन ग्राहक बाजारों में कम ही दिखाई दे रहे हैं। जिससे कहीं ना कहीं भारत बंद की हवा निकलती दिखाई दे रही है। व्यापारियों का साफ तौर पर कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान व्यापारियों का कोई सरोकार नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि इस तरह से भारत बंद करने का आह्वान करना बिल्कुल ग़लत है। क्युकी दुकानें बंद करने से व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ता है। जिसके चलते शहर के सभी बाजार खुले है और धीरे-धीरे ग्राहक भी आने शुरू हो जाएंगे। वहीं जिस तरह से शहर के बाजार खुले है उससे किसानों के भारत बंद का दावा कही ना कही निष्फल होता दिखाई दे रहा है। हालाकि किसानों ने भी भारत बंद को सफल बनाने के लिए जनपद में जगह-जगह चक्का जाम करना शुरू कर दिया है।