विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मांग की है कि श्रद्धा जैसी लड़कियों को लव जिहाद से बचाने के लिए केंद्र सरकार को कठोर कानून लाना चाहिए। विहिप ने कहा है कि पिछले पांच साल में श्रद्धा और निकिता जैसी 300 से ज्यादा लड़कियों की जान ली जा चुकी है। संगठन ने आगे हिंदू लड़कियों को इस तरह के मामलों से बचाने के लिए सामाजिक जागरूकता पैदा करने की भी बात कही है।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय जॉइंट जनरल सेक्रेटरी डॉ. सुरेंद्र जैन ने अमर उजाला से कहा कि श्रद्धा के अपराध को केवल एक अपराध की दृष्टि से नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि आफ़ताब की महिला दोस्तों की पूरी सूची में केवल हिंदू लड़कियां ही शामिल थीं। इससे यह साबित होता है कि वह एक साजिश के अंतर्गत हिंदू लड़कियों को निशाना बना रहा था। उन्होंने कहा कि इस मामले को ध्यान में रखते हुए जांच की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अब तक आठ राज्यों में लव जिहाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाया जा चुका है, लेकिन पूरे देश में इस तरह का कोई कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि एक कठोर केंद्रीय कानून लाकर ही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि केरल हाइकोर्ट ने लव जिहाद और अवैध धर्मांतरण को एक साथ जोड़कर देखा था। सरकार को भी दोनों चीजों को एक साथ देखकर कानून बनाना चाहिए।