16 घंटे बाद फिर जेल की चारदीवारी में मुख्तार, हॉस्पिटल से हुआ डिस्चार्ज

बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को करीब 16 घंटे के इलाज के बाद फिर से जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मुख्तार अंसारी का हेल्थ बुलेटिन जारी कर बताया कि मुख्तार की हालत पहले से काफी बेहतर है. मुख्तार को पेट दर्द और टॉयलेट पास न होने की समस्या थी. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कहा कि मुख्तार के स्वास्थ्य की देख-रेख के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है. डॉक्टरों का यह पैनल अब जेल में ही मुख्तार के स्वास्थ्य पर नजर रखेगा.मुख्तार इन डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा.

बता दें कि सोमवार देर रात बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ गई थी. रात करीब 3 बज कर 55 मिनट पर आनन-फानन में सबसे पहले मुख्तार अंसारी को बांदा जिला अस्पताल ले जाया गया. वहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मुख्तार को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. मुख्तार की हालत गंभीर देख मेडिकल कॉलेज ने ICU वार्ड में वेंटिलेटर पर भर्ती कर इलाज शुरू किया. डॉक्टरों की एक टीम बराबर मुख्तार की देख-रेख में लगी रही.

सुबह जैसे ही इस बात की जानकारी मुख्तार अंसारी के परिजनों और समर्थकों को हुई तो वह भी गाजीपुर से बांदा पहुंच गए. मुख्तार के परिजनों में बड़े भाई अफजाल अंसारी और छोटा बेटा उमर अंसारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे, लेकिन किसी को भी मुख्तार से मिलने नहीं दिया गया. अफजाल अंसारी ने डॉक्टरों ने मिलकर मुख्तार के स्वास्थ्य की जानकारी ली. मीडिया से बातचीत में अफजाल अंसारी ने गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जेल में उनके छोटे भाई को मारने की साजिश रची जा रही है. जेल में तीन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई इस बात का सबूत है.

अफजाल अंसारी ने कहा कि हमें पता है कि मौत का एक दिन निश्चित है, लेकिन शैतान कोशिश तो कर सकता है. मुख्तार को मिटाने की, खत्म करने की तमाम कोशिशें हो रही हैं. ऊसरी चट्टी कांड में मुख्तार की गवाही न हो, इसलिए ये साजिश हो रही है. अगर उनका छोटा भाई मुख्तार गवाही देगा तो बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह को सजा हो जाएगी. अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया कि सरकार, अपराधियों, अफसरों की मिलीभगत से ये सब अंजाम देने की कोशिश चल रही है.

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