महामारी कोरोनावायरस से हर तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है. उत्तर प्रदेश में भी कोरोना से हालात बदत्तर होते जा रहे हैं. वहीं इस कोरोना काल में पीड़ित परिवारों के साथ संवेदनहीनता की खबरें भी सामने आ रही है. इसके देखते हुए प्रदेश की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के बाद अब सभी पार्थिव शरीर की अत्योष्टि नि:शुल्क कराएगी. इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है. सीएम योगी ने समीक्षा बैठक के दौरान कई जिलों में कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण किसी की भी मृत्यु के बाद उसके पार्थिव शरीर की अत्येष्टि से लिए बड़ी रकम वसूले जाने के प्रकरण पर टीम-9 का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस संवेदनहीनता पर रोक लगाने का निर्देश दिया था.
उन्होंने सभी नगर निगम व नगर निकाय को पत्र जारी करके निर्देश दिया है कि कोविड-19 के संक्रमण के कारण किसी की भी मृत्यु की दशा में नगरीय निकाय की सीमा के अंतर्गत सभी पार्थिव शरीर की नि:शुल्क अंतिम संस्कार कराने की व्यवस्था करें. इसके साथ ही इस प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल का भी पालन करना अनिवार्य है.
इससे पहले सीएम योगी ने निर्देश दिए थे कि सभी नगरीय अथवा ग्रामीण अंत्येष्टि स्थलों पर कोविड मरीजों का अंतिम संस्कार उनकी धार्मिक मान्यता के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कराया जाए. इसके लिए मृतक के परिजनों से किसी प्रकार का शुल्क न लिया जाए. विभिन्न जिलों में श्मशान घाट पर अवैध वसूली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि शव की अंत्येष्टि के लिए अवैध वसूली अमानवीय है. ऐसी घटनाएं हुईं तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी. मृतक के शरीर को अंत्येष्टि स्थल तक लाने के लिए प्रशासन वाहन उपलब्ध कराए. इसके लिए सभी जिलों में वाहन का प्रबंधन होना चाहिए.