आलाकमान की फटकार के बाद विधायक बृहस्पत सिंह के सुर बदल गए। पहले सदन में मंत्री टीएस सिंहदेव से माफी मांगी। अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी की ओर से भेजे नोटिस के जवाब में भी माफी मांगी। महामंत्री प्रशासन रवि घोष ने बताया कि बृहस्पत सिंह का जवाब आ गया है। उन्होंने कहा है कि भावावेश में आकर बयान दे दिया था। बृहस्पत ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या करवाने का आरोप लगाया था। इसके बाद विधानसभा में विपक्षी दलों ने जमकर घेरा। मंत्री सिंहदेव भी यह कहकर सदन से बाहर चले गए कि जब तक सरकार स्थिति स्पष्ट नहीं करती है, तब तक वे सदन में आने के योग्य खुद को नहीं मानते हैं।
रवि ने बताया कि गुस्र्वार शाम को बृहस्पत सिंह का जवाब पहुंचा है। जवाब में उन्होंने लिखा कि भावावेश में आरोप लगा दिया था, इसके लिए खेद प्रकट करता हूं। कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो आलाकमान के सामने जब सिंहदेव का पक्ष पहुंचा, तो उन्होंने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया को तत्काल मोर्चे पर भेजा। पंजाब और राजस्थान के विवाद से सीख लेते हुए आलाकमान ने कांग्रेस नेताओं को साफ निर्देश दिया कि इस विवाद को जल्द से जल्द खत्म किया जाए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद मोर्चा संभाला। एक दिन में मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ तीन बार बैठक की और बीच का रास्ता निकाला गया कि बृहस्पत सिंह माफी मांगेंगे और पूरे मामले को खत्म किया जाएगा। वहीं, विधानसभा में विपक्षी विधायकों के तेवर को देखते हुए इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत ने पहल की। महंत से विधायकों की चर्चा के बाद सदन का गतिरोध भी खत्म हो गया।