अजय उर्फ संजू पहले करता था दूध का कारोबार, अब होती थी अखिलेश के दरबार में सीधी एंट्री

एसीई समूह के चेयरमैन अजय चौधरी उर्फ संजू ने काफी तेजी से तरक्की की सीढ़िया चढ़ी। कभी दूध सप्लाई का कारोबार करने वाले अजय को नुकसान हुआ तो प्रॉपर्टी डीलिंग में कदम रखा। बिल्डर बनने के साथ ही एसीई समूह का मालिक बन गया। दिल्ली और एनसीआर के बड़े बिल्डरों में उसका नाम शुमार है। कहा जाता है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश के दरबार में उसकी सीधी एंट्री होती है। अजय वर्ष 2000 से पहले दिल्ली में दूध सप्लाई का कारोबार करता था। इसमें काफी नुकसान हुआ तो वह प्रॉपर्टी के कारोबार में घुस गया। उसके पास अपनी पैतृक जमीन काफी थी। वह जमीन की खरीद-फरोख्त कराने लगा। इसके बाद वह पाबी में अपने एक रिश्तेदार के पास चला गया। रिश्तेदार का प्रॉपर्टी का पहले से बड़ा काम था। उनक साथ मिलकर अजय उर्फ संजू ने कॉलोनी काटने व फ्लैट बनाने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद वह तेजी से आगे बढ़ता चला गया। दिल्ली व एनसीआर के बड़े बिल्डरों में शामिल होने के साथ ही एसीई ग्रुप का चेयरमैन बन गया। इसी बीच वह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का करीबी हो गया। कहा जाता है कि अखिलेश के दरबार में उसकी सीधी एंट्री होती है।

अजय चौधरी के पैतृक गांव महरमपुर स्थित फार्म हाउस पर भी आयकर की टीम ने छापा मारा। डिप्टी डायरेक्टर राजीव प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम उनके पैतृक गांव महरमपुर पहुंची। टीम ने करीब बीस बीघा में बनाए गए फार्म हाउस और आलीशान बंगले में प्रवेश कर गेट बंद करा दिया। टीम देर शाम तक जांच करती रही।

एसीई ग्रुप के प्रमोटर अजय चौधरी और रुद्र बिल्डर पर फ्लैट की बिक्री में पूरी रकम का 40 फीसदी नकदी लेने का आरोप भी है। इस रकम को वह अपनी दूसरी परियोजनाओं व सहयोगी कंपनियों में स्थानांतरित कर टैक्स चोरी करते थे। छापे में चौधरी और कंपनी के निदेशक नहीं मिले। 

आयकर की टीमें दिल्ली के वसंत कुंज स्थित चौधरी के आवास और गाजियाबाद सूर्य नगर स्थित उनके भाई प्रताप के घर पर भी पहुंचीं, लेकिन चौधरी वहां नहीं मिले। आयकर टीम रुद्र ग्रुप के प्रबंध निदेशक मुकेश खुराना के दिल्ली सफदरजंग इंक्लेव स्थित घर और नोएडा सेक्टर 63 स्थित दफ्तर पर भी पहुंची। छापे की कार्रवाई करीब 12 घंटे से ज्यादा समय तक चली।

एसीई समूह के सीएमडी अजय ने ईमेल के जरिये पूछे सवाल का जवाब नहीं दिया। कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार सीएमडी जांच एजेंसी में सहयोग कर रहे हैं। हम एक कंपनी के तौर पर सारे नियम-कानूनों का पालन करते हैं। प्रवक्ता के अनुसार, तीन महीने पहले भी समूह पर छापे मारे गए थे और उस समय भी विभाग के साथ पूरा सहयोग किया गया था।

अजय उर्फ संजू के फार्म हाउस पर आयकर विभाग की टीम दोपहर बाद तक जांच करती रही। कई अलमारियों का ताला नहीं खुला और उनकी चाबी भी टीम को नहीं मिली। इसके बाद टीम का एक सदस्य खुद ही खेकड़ा गया और चाबी बनाने वाले कारीगर को गाड़ी में साथ लेकर आया। इसके बाद ही अलमारी और ताले खुलवाकर जांच शुरू की गई।

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