अपने चुनावी रथ से उन्नाव पहुंचे अखिलेश यादव, करेंगे मनोहर लाल की मूर्ति अनावरण

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज से रथ यात्रा से चुनाव अभियान का आगाज कर चुके हैं। वह लखनऊ से उन्नाव तक अपना चुनावी रथ लेकर निकल गए हैं। बताया जा रहा है कि वह ग्राम सरौसा स्थित मनोहर लाल इंटर कॉलेज में पूर्व मंत्री मनोहर लाल की मूर्ति अनावरण करके अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करेंगे और विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेंगे।

आपको बता दें कि लगभग एक महीने पहले बनाई गई योजना को कार्यरूप देने के लिए सपा के मुखिया अखिलेश यादव मूर्ति अनावरण करने के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इसमें उन्नाव के अलावा हरदोई, कानपुर, रायबरेली सहित अन्य जिलों के लोगों के भी जुटने की संभावना जतायी जा रही थी। मगर इस बीच उन्नाव के जिला प्रशासन ने सोमवार को कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए जनसभा की अनुमति देने से इंकार कर दिया। इसके बाद सपा नेताओं ने अपनी रणनीति बदलते हुए कहा कि अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लखनऊ से उन्नाव तक रथ लेकर जाएंगे और इस रथयात्रा के दौरान करीब डेढ़ सौ से ज्यादा स्थानों उनका स्वागत किया जाएगा। एक तरह से इसी के जरिए चुनाव अभियान की शुरुआत मानी जाएगी।  

हालांकि समाजवादी पार्टी के चुनावी रणनीतिकारों का कहना है कि पहले चरण में महंगाई, बेरोजगारी, महिलाओं के साथ हुए अत्याचार और कोविड 19 की अव्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की जाएगी और लोगों को इन मुद्दों को लेकर लामबंद होने और सरकार को जवाब देने के लिए तैयार किया जाएगा। इस चुनावी रथयात्रा के दौरान इन सभी मुद्दों को उठाया जाएगा और जनता से समर्थन मांगते हुए सपा की सरकार लाने की अपील की जाएगी।

इसके साथ ही साथ ही समाजवादी पार्टी की सरकार में हुए कार्यों से जनता को एक बार फिर से याद दिलाने की कोशिश की जाएगी और यह भी समझाया जाएगा कि भाजपा सरकार ने किस तरह से सपा शासनकाल में हुए कार्यों को अपनी उपलब्धि के रूप में भुनाने का नाटक कर रही है। इसके अलावा बुधवार की रथयात्रा के बाद गांव-गांव चलो अभियान शुरू होगा। इसमें अलग-अलग गांवों की जिम्मेदारी पार्टी नेताओं को सौंपी जाएगी।

वैसे मूर्ति अनावरण समारोह के संयोजक पूर्व विधायक रामकुमार ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जानबूझ कर अवरोध डालकर सपा के बढ़ते जनाधार को हतोत्साहित करने का काम कर रहा है। एत तरह से देखा जाय तो इस कार्यक्रम के संबंध में 15 जून को ही प्रशासन को अवगत करा दिया गया था, जब तैयारी पूरी कर ली गयी है तो जनसभा की अनुमति न देकर सपा के कार्यकर्ताओं के जोश को कम करने की कोशिश की जा रहा है। पर सपा के कार्यकर्ता इससे परेशान होने वाले नहीं हैं और समय आने पर सरकार को जमकर जवाब देंगे।

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