दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में हिमालय पर्वत पर बाबा बर्फानी का दरबार सज गया है। गुरुवार सुबह नुनवान और बालटाल आधार शिविर से भोले भंडारी के दर्शन के लिए पहला जत्था रवाना हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जमकर बम-बम भोले के जयकारे लगाए। कोरोना के चलते दो साल बाद शुरू हुई यात्रा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। तस्वीरों में देखिए पहले जत्थे की यात्रा…
जरगरश्री अमरनाथ यात्रा के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें आतंकी धमकियों का कोई डर नहीं। वे बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आए हैं और उन पर अटूट विश्वास है। भोलेनाथ अपने भक्तों की विकट परिस्थितियों में रक्षा करते हैं। पहले जत्थे में बड़ी संख्या में शामिल यात्री पहली बार बाबा के द्वार पर नतमस्तक होने के लिए रवान हुए हैं। जमशेदपुर की वीनिता सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तस्वीर को देश दुनिया में बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है, लेकिन यहां ऐसा नहीं है। उन्होंने प्रदेश प्रशासन की व्यवस्था पर संतोष जताया। दिल्ली से आईं सीमा ने बताया कि वह पहली बार अमरनाथ यात्रा के लिए जा रही हैं। काफी अच्छा लग रहा है कि भगवान शिव के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
गुरुवार सुबह पहलगाम के नुनवान आधार शिविर से 2,750 और दोमेल-बालटाल आधार शिविर से 6,215 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था पवित्र गुफा में विराजमान बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ।
जरगरतीर्थयात्रा के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। बालटाल और पहलगाम मार्गों पर सुरक्षा कड़ी की गई है। इसके अलावा ड्रोन और आरएफआईडी चिप्स की मदद से तीर्थयात्रियों के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।विज्ञापन
जरगरदिल्ली की तृष्णा ने बताया कि उनके साथ 47 सदस्य बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आए हैं। यात्रा को लेकर काफी उत्साह है। दिल्ली के प्रकाश सिंह ने कहा कि भोलेनाथ के दर्शन करके जीवन सफल हो जाएगा। इस बार रिकॉर्ड यात्रा होने की उम्मीद है। मुंबई के जीवन लाल ने कहा कि वह पहली बार यात्रा के लिए आए हैं। काफी सुखद अहसास हो रहा है। भगवान शिव सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
जरगरश्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड एक अधिकारी ने बताया कि नुनवान और बालटाल आधार शिविरों में श्रद्धालुओं के लिए रहने और खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई गई। हर एक चीज का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, ताकि यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाया जा सके।
आधार शिविर के अंदर कई भंडारे लगे हैं, जहा पर तरह-तरह के पकवान यात्रियों के लिए रोजाना बनाए जाएंगे। अधिकारी ने बताया कि एसएएसबी द्वारा दोनों आधार शिविरों में निढाल अफसर तैनात किये गए हैं और ऐसे में किसी श्रद्धालु को दिक्कत आती है तो वो उनसे संपर्क कर सकता है।