यमुना नदी में एक माह के अंदर दूसरी बार अमोनिया की मात्रा बढ़ गई। नदी में सोमवार को अमोनिया की मात्रा में बढ़ोतरी होने का मामला सामने आया। इस कारण दिल्ली जल बोर्ड के वजीराबाद, चंद्रावल व हैदरपुर जलशोधक संयंत्र पूरी क्षमता से चलने बंद हो गए हैं और इन संयत्रों से जुड़े राजधानी के करीब 30 प्रतिशत इलाके में पेयजल संकट पैदा हो गया है।
जल बोर्ड के अनुसार, यमुना नदी में बने वजीराबाद तालाब में सोमवार को अमोनिया की मात्रा अचानक बढ़ गई। इस कारण तालाब के पानी में अत्यधिक प्रदूषण हो गया। जिसे उसके चंद्रावल व वजीराबाद संयंत्र साफ नहीं कर पा रहे है। इस कारण इन दोनों संयंत्रों को पूरी क्षमता से चलाना बंद कर दिया गया है।
दरअसल हरियाणा के कई शहरों से यमुना नदी में काफी मात्रा में रसायनिक कचरा बहा दिया गया है और यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है। गत दिसंबर माह के अंत में भी नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ी थी। दिल्ली जल बोर्ड ने दोनों संयंत्रों से जुड़े निवासियों से अपील की है कि वह पानी का भंडारण कर उसका सदुपयोग करें। कुछ दिनों तक पानी की आपूर्ति प्रभावित रह सकती है। पानी की कमी होने पर प्रभावित क्षेत्र के लोग दिल्ली जल बोर्ड के कार्यालय से पानी के टैंकर मंगवा सकते हैं।
इन इलाकों में प्रभावित रहेगी पेयजल आपूर्ति
नई दिल्ली, सिविल लाइंस, हिंदुराव अस्पताल, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, आंबेडकर नगर, प्रह्लादपुर, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी, दिल्ली छावनी, पश्चिमी दिल्ली व आसपास के इलाके।