फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुबकापुर के मजरा खालेपुरवा निवासी सुखलाल लखनऊ के रहकर राजमिस्त्री का काम करते थे। सोमवार को दीपावली पर्व पर घर आते समय बाराबंकी में हुए दर्दनाक हादसे में छह वर्षीय बेटी समेत इनकी और इनके पत्नी की मौत हो गई। एक ही परिवार के तीन सदस्यों के मौत की सूचना पहुंचते ही खालेपुरवा गांव में कोहराम मच गया। सुखलाल की मौत से उनके चार नाबालिक बच्चे अनाथ हो गए।
फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुबकापुर के मजरा खालेपुरवा निवासी सुखलाल (45) पुत्र वैद्यनाथ परिवार समेत लखनऊ में रहते थे। वही राज मिस्त्री का कार्य कर परिवार व छह बच्चों का पालन पोषण कर रहे थे। सोमवार को वह परिवार के साथ दीपावली की खुशियां साझा करने के लिए पत्नी गुड़िया (40) और बेटी गिरी (6) के साथ अपने गांव खालेपुरवा वापस आ रहे थे।
इसी दौरान बाराबंकी जिले के मसौली थाना क्षेत्र में बहराइच-लखनऊ मार्ग पर अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। सभी को इलाज के लिए बाराबंकी जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां सुखलाल और गुड़िया की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल गिरी को चिकित्सकों ने ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
तीनों के मौत की सूचना मिलते ही खालेपुरवा गांव में कोहरा मच गया। मृतक के बड़े भाई राजेंद्र और धूम कुमार ने बताया कि सुखलाल की मौत के बाद दो बेटियां सलोनी (14), छल्लार (12) बेटा अंगनू (10), गोरे (8) और बबलू (7) समेत सभी का रो रो कर बुरा हाल है। उन्होंने बताया की दो बेटियों की शादी हो चुकी है। समाजसेवी मोहन अवस्थी ने बताया की दीपावली पर हुए इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातम पसर गया। दीपावली की खुशियां लगभग खत्म हो गई।