भानुप्रतापपुर उपचुनाव: सावित्री मंडावी ने 21171 वोटों से ब्रह्मानंद को हराया

छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर उपचुनाव में एक बार फिर कांग्रेस का जादू चला है। आदिवासी आरक्षण को लेकर तमाम विरोध के बावजूद कांग्रेस की उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम को 21 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है। इस चुनाव में छाप छोड़ी पूर्व IPS और सर्व आदिवासी समाज के उम्मीदवार अकबर राम कोर्राम ने। उन्होंने जोरदार टक्कर दी। खास बात यह है कि बाकी चार प्रत्याशियों से ज्यादा वोट नोटा को मिले हैं। 

पहले राउंड से ही कांग्रेस प्रत्याशी ने बनाई बढ़त
कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। यह सिलसिला जो शुरू हुआ, वह आखिरी राउंड तक कायम ही रहा। इस चुनाव में सबसे ज्यादा दम सर्व आदिवासी समाज के प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम ने दिखाया। शुरू से माना जा रहा था कि मुख्य टक्कर भाजपा और कांग्रेस के बीच है, लेकिन अकबर राम कोर्राम ने एक राउंड में ब्रह्मानंद को पछाड़ दिया। हालांकि इसके बाद उन्होंने काफी संघर्ष के बाद बढ़त बनाई। फिर भी अंतर अकबर से कुछ ज्यादा नहीं रहा। 

इस तरह बढ़ता गया जीत का सिलसिला

मतगणना राउंडसावित्री मंडावी (कांग्रेस)ब्रह्मानंद नेताम (भाजपा)अकबर राम कोर्राम (सर्व आदिवासी समाज समर्थित)
पहला339714901196
दूसरा241514882143
तीसरा378013811657
चौथा373213251635
पांचवां280914332522
छठवां36172703464
सातवां330620273032
आठवां360423771331
नौवां155435541247
10वां 362721191423
11वां40313590677
12वां316425781559
13वां38372084841
14वां41503420810
15वां33844012646
16वां39823486684
17वां 38242225288
18वां377531531037
19वां12971084179
कुल वोट65327 4422923371

छठवें राउंड के बाद ही कांग्रेस में शुरू हो गया जश्न
भाजपा उम्मीदवार के लगातार पीछे चलने के चलते कार्यकर्ताओं का भी जोश ठंडा हो गया। छठवें राउंड के बाद ही उन्होंने लौटना शुरू कर दिया था। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के खेमे में ढोल और पटाखों के साथ जश्न का माहौल अंगड़ाई ले रहा था। इसका नजारा दिखना शुरू भी हो गया था। आठवें राउंड के समाप्त होने के बाद ही पटाखे चलने लगे। कार्यकर्ताओं के इस जोश में पीसीसी चीफ मरकाम भी शामिल हुए। वहीं आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने डांस करना शुरू कर दिया। 

पहली बार कांग्रेस की हैट्रिक
दरअसल, साल 1962 में भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट वजूद में आई थी।  इसके बाद से 13 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। इनमें से कांग्रेस ने छह बार जीत दर्ज की है। हालांकि 1985 से कांग्रेस के साथ भाजपा भी मैदान में हैं। दोनों पार्टी के उम्मीदवारों ने लगातार दो बार तो जीत दर्ज की है, लेकिन हैट्रिक कोई नहीं लगा सका था। कांग्रेस इस रिकार्ड को तोड़ने का दावा किया और तीसरी बार भानुप्रतापपुर सीट अपने नाम कर ली। 

प्रत्याशियों से ज्यादा नोटा को मिले वोटभानुप्रतापपुर उपचुनाव में कुल सात प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें से असल मुकाबला तीन उम्मीदवारों के बीच ही हुआ। बाकी चार उम्मीदवारों से ज्यादा वोट तो नोटा को मिले। जबकि दो प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। 

प्रत्याशी पार्टीवोट
ब्रह्मानंद नेतामभाजपा44229
सावित्री मंडावीकांग्रेस65327
के.घनश्याम जुरीगोंडवाना गणतंत्र पार्टी 2479
शिवलालपूडो अंबेडकराइट पार्टी 1337
हीरा नेतामराष्ट्रीय जन संघ813
अकबर राम कोरामसर्व आदिवासी समाज23417
दिनेश कल्लो निर्दलीय3851
नोटा 4243

सावित्री मंडावी ने कहा- लोगों की समस्या दूर करना लक्ष्य
कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने कहा कि जनता ने उन पर भरोसा जताया है। अब उनका एक ही लक्ष्य है कि वह लोगों के बीच जाएं। उनकी समस्याओं को सुनें और उसे दूर करें। साथ ही साथ वह अपने पति के अधूरे कामों और सपनों को भी पूरा करना चाहती हैं। भानुप्रतापपुर को जिला बनाने के सवाल पर कहा कि वह भूपेश बघेल सरकार के हाथ में है, लेकिन यहां के लोगों की बात वह उनके सामने जरूर रखेंगी। 

शिक्षिका की नौकरी छोड़ राजनीति के मैदान में उतरीं
भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे दिवंगत मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी एक शिक्षिका रही हैं। वह रायपुर के कटोरा तालाब स्थित एक सरकारी स्कूल में व्याख्याता थीं। चुनाव की घोषणा होने के बाद उन्होंने शिक्षिका के पद से इस्तीफा दे दिया था। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस उन्हें पति की सीट पर उम्मीदवार बनाएगी। 

सीएम बोले- सरकार के लिए जनता का विश्वास कायम
कांग्रेस प्रत्याशी की जीत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, सरकार के लिए जनता का विश्वास कायम है। उन्होंने कहा कि, भाजपा दूसरे और तीसरे स्थान के लिए संघर्ष करती रही। मनोज मंडावी के काम से ये जीत हुई है। उनके कामों के कारण जनता ने उनकी पत्नी पर प्यार लुटाया और भरोसा जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, लगातार जितने उपचुनाव हुए हैं कांग्रेस अच्छे वोटों से जीती है। जनता का समर्थन बना हुआ है। इसे बनाकर रखेंगे और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। 

भाजपा ने आदिवासियों का लड़ाने का काम किया
मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि सरकार आदिवासी हित की सरकार है. भाजपा ने हमारे आदिवासियों को लड़ाने की कोशिश की, जिसका नतीजा उनको चुनाव में देखने को मिल गया है. मंत्री लखमा ने कहा, अकबर कोर्राम हमारे आदिवासी भाई हैं. हम कभी लड़ नहीं सकते. मंत्री लखमा ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर कार्यकर्ताओं के साथ खुशी मनाई। 

विधान सभा भानुप्रतापपुर के अबतक के विधायक 

सालप्रत्याशीपार्टी
1962  राम प्रसादनिर्दलीय
1967जे हथोईपीएसपी
1972सत्यनारायण सिंहकांग्रेस
1979 प्यारेलाल सुखलाल सिंहजनता पार्टी
1980  गंगा पोटाईकांग्रेस  
1985गंगा पोटाई कांग्रेस 
1990झाड़ूराम रावटेनिर्दलीय 
1993देवलाल दुज्गाभाजपा 
1998 मनोज मंडावी कांग्रेस
2003 देवलाल दुज्गाभाजपा
2008ब्रम्हानंद नेतामभाजपा
2013 मनाेज मंडावीकांग्रेस 
2018मनेाज मंडावी कांग्रेस  

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