जबरन धर्म परिवर्तन मामले में यूपी एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है. लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जो अवैध तरीके से लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर करता था. इस मामले में 2 लोगों को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए उमर गौतम और जहांगीर काजमी दिल्ली के जामिया नगर के रहने वाले हैं.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 2 जून को डासना में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. जांच में पता चला कि ये लोग जबरन धर्मांतरण कराते हैं. पकड़ा गया उमर गौतम खुद भी धर्म परिवर्तन कर हिंदू से मुस्लिम (Hindu-Hindu) बन गया था. अब वह धर्मांतरण अभियान चला रहा था. उमर अपने साथी जहांगीर के साथ मिलकर अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों का जबरन धर्म बदलवा चुका है. ये लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से पैसे लेकर लोगों का धर्मांतरण कराते थे. उन्होंने ये बात खुद स्वीकार की है.
ISI से पैसे लेकर करा रहे थे जबरन धर्मांतरण
ये लोग मथुरा, वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में धर्मांतरण करा चुके हैं. उन्होंने खुद कई मूक-बधिर महिलाओं का भी धर्म बदलाकर शादी कराने की बात कुबूल की है. उमर और जहांगीर ने नोएडा में चलाए जा रहे मूक-बधिर स्कूल के डेढ़ दर्जन बच्चों का भी धर्मांतरण कराया था. लखनऊ में दोनों पर कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
एक हजार से ज्यादा हिंदुओं का धर्म बदलवाया
इस एफआईआर में आईडीसी इस्लामिक दावा सेंटर के चेयरमैन का नाम भी शामिल है. ये सेंटर दिल्ली के जामिया नगर C2 जोगाबाई एक्सटेंशन में है. इस दफ्तर में करीब 2 साल से जबरन धर्मांतरण का काम किया जा रहा है. ये लोग एक साल में 250 से 300 लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराते हैं.
गाजियाबाद में दर्ज एक केस की जांच के बाद धर्मांतरण की बात का खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक ये नेटवर्क काफी दिनों से ATS की रडार पर था. पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर गिरोह के दूसरे लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं.