बिहार, बंगाल के अब महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन पर संकट

बिहार, पंजाब और पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन टूटने के बाद अब महाराष्ट्र पर भी संकट गहराता जा रहा है. महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन के घटक दलों एनसी शरदचंद्र पवार, उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (UBT) और कांग्रेस सहित अन्य घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बनती दिख रही है. इस सीट उद्धव ठाकरे द्वारा एक उम्मीदवार के नाम के ऐलान के बाद कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की पार्टी के बीच ठन गई है.

बता दें कि महाविकास अघाड़ी की घोषणा से पहले उद्धव ठाकरे ने अपने पहले उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे समूह) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है.

हालांकि उद्धव ठाकरे ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं. साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को तगड़ा झटका दिया है. उन्हीं की पार्टी के सांसद के खिलाफ उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया गया है. इसके चलते मुंबई में पिता बनाम पुत्र की लड़ाई देखने को मिलेगी.

शिवसेना (UBT) ने अमोल कार्तिकर को बनाया उम्मीदवार

बता दें कि इस सीट पर गजानन कीर्तिकर का दबदबा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के गुरदास कामत को हराया था. फिर 2019 में उन्होंने कांग्रेस के संजय निरुपम को हराया था. अमोल कीर्तिकर गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं. इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल छह विधानसभा क्षेत्र जोगेश्वरी पूर्व, डिंडोशी, गोरेगांव, वर्सोवा, अंधेरी पश्चिम, अंधेरी पूर्व हैं.

हालांकि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के पार्टी के सांसद के बेटे को उतार कर शिंदे गुट को झटका दिया है, लेकिन इससे महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता संजय निरुपम भड़क गए हैं. संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे गुट पर गंठबंधन धर्म का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

उम्मीदवार के नाम के ऐलान पर भड़के संजय निरुपम

उन्होंने कहा कि बची-खुची शिवसेना के प्रमुख ने उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. जब से उन्होंने उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया है. तब से फोन आ रहे हैं. यह कैसे हो सकता है? महाविकास आघाड़ी की दो दर्जन से अधिक बैठक हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. अभी तक जिन 8-9 सीटों पर बातचीत हो रही थी. उनमें यह सीट भी थी. इसके बावजूद उद्धव गुट की ओर से जिस तरह से उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया है. वह गठबंधन धर्म का उल्लंघन है.

निरुपम यही नहीं रुके. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रस्तावित उम्मीदवार खिचड़ी घोटाले का घोटालेबाज है. खिचड़ी सप्लायर से उन्होंने रिश्वत ली है. कोरोना के समय गरीबों को खाना खिलाने की योजना में शिवसेना के प्रस्तावित उम्मीदवार ने कमीशन लिया था और प्रवर्तन निदेशालय इसकी जांच कर रहा है.

बंगाल, पंजाब और बिहार में टूट चुका है गठबंधन

वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही ममता बनर्जी ने रविवार को ब्रिगेड रैली में बीजेपी के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और माकपा पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि टीएमसी का मुकाबला बीजेपी के साथ-साथ माकपा और कांग्रेस के साथ होगा.

इसी तरह से पंजाब में इंडिया गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि दिल्ली की सात सीटों पर दोनों पार्टियों में समझौता हुआ है. बिहार में नीतीश कुमार पहले ही इंडिया गठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है.

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