राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की संतानों में उनका टोन साफ झलक जाता है। उनके छोटे बेटे और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कई बार ऐसी बात और ऐसे अंदाज में बोलते हैं कि लोगों को लालू प्रसाद का जमाना याद आ जाता है। इस बार खुले मंच पर उनका दिया संबोधन चर्चा में है, जहां तेजस्वी यादव केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दे रहे हैं, चेतावनी दे रहे हैं।
तेजस्वी बोले- इस बार हमलोग मोदी का रथ रोकेंगे
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी ने देश को आजाद कराने में अपना खून बहाया है। कोई चाह लेगा कि किसी को भगा दे या अधिकार छीन लें, यह महागठबंधन सरकार, नीतीश कुमार और लालू यादव के रहते हुए किसी के बाप में दम नहीं है, ऐसा कर दे। हमलोग खड़ें हैं आपके साथ। क्या चाल चला जा रहा है? क्या साजिशें रची जा रही हैं। सब जनता देख रही है। जिस तरह लालू जी ने आडवाणी जी का रथ रोका था, उसकी तरह इस बार हमलोग मोदी जी का रथ रोकेंगे।
सारे विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि 2024 के चुनाव से पहले सारे विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा। अगर 2024 में यह लोग फिर से आ गए तो देश नहीं बचेगा। अभी क्या हाल है दो लोग देश को बेच रहा और दो लोग देश को खरीद रहा है। यह बातें तेजस्वी यादव ने गुरुवार को ज्ञान भवन में बिहार राज्य हैंडलूम विभर्स सोसायटी की ओर से आयोजित बुनकर एवं अंसारी सम्मेलन में कही। इसी दौरान तेजस्वी यादव ने जमकर भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा।
डिप्टी सीएम बोले- लोकतंत्र खतरे में है
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र खतरे में है संविधान के साथ छेड़छाड़ हो रहा है। काम के नाम पर कुछ नहीं किया गया। तरह-तरह के वायदे हुए थे। दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे। 15-15 लाख रुपये खाते में आएंगे, स्मार्ट सिटी बनाएंगे और ना जाने क्या-क्या। किसानों की आय 2022 तक दुगना करना था इनको एक भी वादा पूरा नहीं किया है। यही सवाल जब हम लोग उठाते हैं तो भाजपा हिंदू मुसलमान और मंदिर मस्जिद की बातें करने लगती है। उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह देश हिंदू मुसलमान सिख और ईसाई सभी का है सभी ने देश को आजाद कराने में खून बहाया है। भाजपा के लोग चाहेंगे कि किसी का अधिकार छीने तो यह महागठबंधन के रहते नीतीश और लालू के रहते नहीं हो सकता। तेजस्वी ने कहा कि 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में शामिल होने पर सभी विपक्षी दलों ने सहमति जताई है सभी लोगों को एकजुट होना पड़ेगा।