पंजाब में फाजिल्का से सटी सरहद पर बुधवार सुबह घनी धुंध में चेकिंग करते समय गलती से बीएसएफ जवान पाक सीमा में प्रवेश हो गया था। उसे पाकिस्तान रेंजरों ने दबोच लिया था। गुरुवार शाम फ्लैग मीटिंग के बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने जवान को बीएसएफ अधिकारियों को सौंप दिया है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों धुंध बहुत पड़ रही है। यही वजह है कि जीरो लाइन पर लगे पिलर दिखाई नहीं देते हैं और गलती से जवान सीमा कर देते हैं।
एक दिसंबर की सुबह धुंध में चेकिंग के दौरान बीएसएफ का एक जवान हेमानाथ पाक सीमा में घुस गया था। उसे पाक रेंजर्स ने उसी दिन फ्लैग मीटिंग के बाद बीएसएफ अधिकारियों के हवाले कर दिया था। खुफिया सूत्रों के मुताबिक आईबी के पास बीएसएफ जवान जमीन को इस तरह कर देते हैं कि रात के समय कोई भी व्यक्ति पाकिस्तान की तरफ से भारतीय सीमा में प्रवेश करता है तो उसके पांव के निशान बन जाते हैं। फाजिल्का में तैनात बीएसएफ बटालियन-66 का जवान अमित प्रसाद अपने साथियों संग आईबी के साथ-साथ चेकिंग करने गया था।
घनी धुंध के चलते वह गलती से पाक सीमा में प्रवेश हो गया। उसे पाक रेंजर्स ने काबू कर लिया। जब अन्य जवानों को अपने साथी के पाक की तरफ जाने की सूचना मिली तो उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। पाकिस्तान रेंजर्स से संपर्क किया गया और उन्होंने जवान को पकड़ने की बात स्वीकार की। पाक रेंजर्स ने बुधवार सुबह से लेकर गुरुवार शाम पांच बजे तक जवान को अपने पास रखा और फ्लैग मीटिंग के बाद उक्त जवान को बीएसएफ अधिकारियों के सुपुर्द किया है।
उधर, बीएसएफ के प्रवक्ता (डीआईजी) जालंधर ने पाक रेंजरों द्वारा बीएसएफ जवान अमित प्रसाद को छोड़ने की पुष्टि की है। साथ ही यह भी कहा कि एक दिसंबर को जो जवान पाक सीमा में गलती से चला गया था उसे उसी दिन पाक रेंजर्स ने बीएसएफ अधिकारियों के हवाले कर दिया था।