बसपा सांसद दानिश अली ने किया ‘द कश्मीर फाइल्स’ का विरोध

नयी दिल्ली। घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन और उनकी दशा को दर्शाने वाली फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ का उल्लेख सोमवार को लोकसभा में हुआ और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक सदस्य ने इस पर प्रतिबंध की तो उसी पार्टी के एक अन्य सदस्य ने इसे देश में करमुक्त किये जाने की मांग उठाई।

वर्ष 2022-23 के लिए केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के बजट और 2021-22 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए बसपा के दानिश अली ने कहा कि कश्मीरी पंडितों की बात की जाती है तो सरकार बताए कि पिछले तीन साल में कितने कश्मीरी पंडितों का घाटी में पुनर्वास किया गया है।

उन्होंने घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन से संबंधित हाल में सिनेमाघरों में आई फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी फिल्में बनाकर लोगों में नफरत का माहौल पैदा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी फिल्म पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

वहीं, बसपा के ही मलूक नागर ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आज लोग ‘कश्मीर फाइल्स’ का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरोध करने से पहले फिल्म के निर्देशक (विवेक अग्निहोत्री) के काम का अध्ययन किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि उनकी पिछले 25 साल की एक-एक फिल्म देखने पर पता चलेगा कि वह पहले 4-5 साल तक शोध करते हैं और उसके बाद पूरे सच को दिखाते हुए फिल्म रिलीज करते हैं।

नागर ने लोकसभा में मांग उठाई कि इस तरह की फिल्म को देश में करमुक्त किया जाना चाहिए।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने भी ‘कश्मीर फाइल्स’ को पूरे देश में करमुक्त किये जाने की मांग उठाते हुए कहा कि जब कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर जुल्म हुए थे तब कांग्रेस ने कुछ नहीं कहा और आज अनुच्छेद 370 की बात हो रही है।

नागर और बेनीवाल दोनों ने जम्मू कश्मीर में खुशहाली के लिए वहां गुर्जर और बक्करवाल समुदायों का ध्यान रखने और उनके लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) बनाने की भी मांग की।

बसपा सदस्य नागर ने कहा कि आज सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मजबूत होती जा रही है तो उसके लिए ज्यादा जिम्मेदार कांग्रेस है जबकि इसके लिये नाम हमारा (बसपा का) लिया जाता है।

उन्होंने कहा कि आज जनता के बीच कांग्रेस की ऐसी छवि बन गयी है कि वह हर बात में विरोध करती है। नागर ने कहा, ‘‘दुनिया के हालात को देखते हुए आज भी यदि संसद में अनुच्छेद 370 की बात करेंगे तो आने वाले दिनों में विपक्ष खत्म हो जाएगा और केवल ये (भाजपा) बचेंगे जिसके जिम्मेदार हम (विपक्षी दल) होंगे।’’

नागर ने कहा कि कांग्रेस के सदस्यों को सरकार के अच्छे कामों की तारीफ नहीं करनी तो कम से कम बिना मतलब के हर बात पर विरोध तो नहीं करना चाहिए।

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