निलंबित आईएएस एवं एलडीए के सचिव रहे रामविलास यादव के खिलाफ यूपी में बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। जल्द ही रामविलास यादव के कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चल सकता है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ उत्तराखंड में विजिलेंस की टीम कार्रवाई कर रही है। विजिलेंस अब जल्द ही यादव को पुलिस कस्टडी पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दे सकती है।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित आईएएस रामविलास यादव को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था। विजिलेंस ने उनकी संपत्ति को आय से करीब 547 फीसदी अधिक आंका था। इस मामले में जब यादव से पूछताछ की गई तो उन्होंने ज्यादातर सवालों के जवाब में अपनी पत्नी का नाम लिया। पत्नी के नाम पर एक स्कूल भी चल रहा है जबकि बेटी के खाते में अच्छी-खासी रकम जमा की गई है।
विजिलेंस को रामविलास यादव ने कुछ अटपटे जवाब भी दिए। उनसे जब खातों में जमा पैसों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह पैसा कौन उनके खातों में जमा करता है। बहुत से लोगों को मेरा खाता नंबर पता है जिसका मन करता है वह जमा कर देता है।
इन जवाबों से विजिलेंस अधिकारी संतुष्ट होने के बजाय और भी चकरा गए। इसके बाद सवालों पर सवाल दागे गए, लेकिन यादव अफसरों को घुमाते रहे। यादव की एक 70 लाख रुपये की एफडी है। इसके अलावा उनकी बेटी के खाते में भी 15 लाख रुपये हैं। उनकी पत्नी के नाम से संचालित स्कूल में भी हाल ही में लाखों रुपये का सामान लगवाया गया है।
विजिलेंस ने जब उनकी आय को जोड़ा, तो करीब 50 लाख रुपये की पाई गई, जबकि उनकी संपत्तियां करीब ढाई करोड़ रुपये से भी ज्यादा की हैं। इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो बताया कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं कि कौन उनके खातों में पैसे जमा करता है।
यादव के बारे में जब उनकी आय के स्रोत पूछे जाते हैं, तो वह खेती को स्रोत बताते हैं, जबकि उनके गांव में पैतृक केवल 10 बीघा जमीन है। इसमें वह कोई भी फसल उगाते हैं, तो इतनी बड़ी आय नहीं हो सकती।