आधार कार्ड आज हर भारतीय के लिए सबसे जरूरी दस्तावेज बन चुका है। पहचान, पता, बैंकिंग, सरकारी योजनाएं, स्कूल-कॉलेज या नौकरी—हर जगह इसका इस्तेमाल होता है। ऐसे में अगर आधार में कोई गलती हो जाए, तो काम अटक सकते हैं और बार-बार परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
नाम सुधार केवल एक बार संभव
यदि आपके आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग गलत है या टाइटल जुड़ना बाकी है, तो ध्यान दें कि UIDAI नाम सुधारने की अनुमति बार-बार नहीं देता। पहले ही प्रयास में सही दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, वोटर आईडी या पैन कार्ड का इस्तेमाल करें और हर अक्षर की जाँच करें। छोटी गलती भविष्य में बड़ी समस्या बन सकती है।
जन्मतिथि अपडेट की सख्ती
जन्मतिथि (Date of Birth) केवल एक बार बदल सकते हैं। यदि डेट ऑफ बर्थ गलत है, तो सरकारी योजनाओं, पेंशन, स्कूल एडमिशन या आयु प्रमाण पत्र में दिक्कत हो सकती है। सुधार के लिए जन्म प्रमाण पत्र या 10वीं की मार्कशीट का इस्तेमाल जरूरी है।
जेंडर सुधार पर भी एक बार की सीमा
जेंडर (लिंग) अपडेट करने की सुविधा भी सिर्फ एक बार दी गई है। वैध दस्तावेज या Self-declaration आवश्यक है। एक बार सुधार करने के बाद फिर बदलाव संभव नहीं होगा।
पता और मोबाइल अपडेट कई बार कर सकते हैं
अच्छी खबर यह है कि एड्रेस कई बार अपडेट किया जा सकता है। घर या शहर बदलने पर नए एड्रेस प्रूफ जैसे बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट या रेंट एग्रीमेंट लगाना आवश्यक है। मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी ऑनलाइन OTP वेरिफिकेशन के जरिए आसानी से बदले जा सकते हैं।
सावधानी जरूरी
आधार अपडेट करते समय किसी भी जानकारी में गलती होने पर आपका अनुरोध रिजेक्ट हो सकता है। गलत जानकारी बैंकिंग, सरकारी योजनाओं और पासपोर्ट सहित अन्य सेवाओं में परेशानी का कारण बन सकती है। इसलिए अपडेट करने से पहले सभी विवरण ध्यान से जांचें।
इस तरह UIDAI के नए नियम आधार सुधार को गंभीर और सावधानीपूर्ण प्रक्रिया बनाते हैं, जिससे एक बार में सही सुधार करना बेहद जरूरी हो गया है।