बीते वर्ष में सोने और चांदी की कीमतों में आई भारी उछाल ने निवेशकों को मजबूत रिटर्न दिया, जबकि अपने ऐतिहासिक स्तरों से थोड़ी गिरावट के बावजूद दोनों धातुओं ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखा। दूसरी ओर शेयर बाज़ार ने भी भले ही कोई बड़ी छलांग न लगाई हो, लेकिन सेंसेक्स और निफ्टी ने सालभर निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न देने में कामयाबी हासिल की है।

इसके बिल्कुल विपरीत, हर साल भारी रिटर्न देने के लिए पहचाना जाने वाला बिटकॉइन इस बार निवेशकों को निराश कर गया। अक्टूबर में 1.25 लाख डॉलर के पार पहुंचने के बाद बिटकॉइन में लगातार बिकवाली हुई और अब इस साल यह नकारात्मक रिटर्न की स्थिति में पहुँच गया है।

एक महीने में बिटकॉइन 40% लुढ़का

कॉइन मार्केट के अनुसार, पिछले एक महीने में दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी करीब 40 फीसदी टूट चुकी है। 7 अक्टूबर को बिटकॉइन 1,26,198 डॉलर पर था, जो हाल के कारोबार में गिरकर 89,970 डॉलर तक आ गया। यानी एक महीने में करीब 36,000 डॉलर की भारी गिरावट।
साल की शुरुआत में बिटकॉइन 93,429 डॉलर था और अब तक यह लगभग 4% नुकसान करा चुका है, जबकि अक्टूबर तक यह 35% लाभ दे चुका था।

सोना—7% की गिरावट के बावजूद 61% वार्षिक रिटर्न

जीवनकाल के उच्चतम स्तर से करीब 7–8% नीचे आने के बावजूद सोने ने सालभर में बेहतरीन कमाई कराई है।
पिछले साल के अंतिम कारोबार में सोना 76,748 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो मौजूदा समय में 1,23,601 रुपये पर पहुँच चुका है—यानी करीब 61% का शानदार रिटर्न
17 अक्टूबर को सोना 1,32,294 रुपये के रिकॉर्ड स्तर तक गया था।

चांदी—80% वार्षिक रिटर्न, सोने से भी ज्यादा चमकी

चांदी ने इस साल सोना ही नहीं, बल्कि प्लैटिनम जैसे धातु निवेशों को भी पीछे छोड़ दिया।
पिछले वर्ष के अंत में चांदी 87,233 रुपये प्रति किलो थी, जबकि अब यह 1,56,800 रुपये तक पहुँच गई है। यानी 80% का रिटर्न
हालांकि अपने 17 अक्टूबर के रिकॉर्ड 1,70,415 रुपये से यह करीब 9% नीचे है।

शेयर बाज़ार भी बिटकॉइन से आगे

शेयर बाज़ार ने भले ही धातुओं जैसा प्रदर्शन न किया हो, लेकिन बिटकॉइन से बेहतर रिटर्न दिया है।

  • सेंसेक्स: सालभर में लगभग 9% ऊपर
    78,139 अंकों से बढ़कर 85,096 अंक

  • निफ्टी: करीब 10% की बढ़त
    23,644 अंकों से बढ़कर 26,038 अंक

हालांकि दोनों सूचकांक अपने रिकॉर्ड स्तर से मामूली गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं।