देश-विदेश के बाजारों में सोने की कीमतों ने नए रिकॉर्ड कायम किए हैं। इंटरनेशनल मार्केट में सोने के दाम पहली बार 4,000 डॉलर प्रति ओंस के स्तर को पार कर गए हैं, वहीं देश के वायदा बाजार में भी सोने की कीमत 1.22 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू चुकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती की अटकलों ने इस तेजी को प्रेरित किया है।

देशी वायदा बाजार में गोल्ड की तेजी
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मंगलवार सुबह 9:45 बजे सोने का भाव 1,22,180 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। अक्टूबर माह में सोने की कीमत में प्रति दस ग्राम 4,915 रुपए की तेजी दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को 4 प्रतिशत से अधिक रिटर्न मिला। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिवाली से पहले यह कीमत 1.25 लाख रुपए तक पहुँच सकती है।

चांदी में भी तेजी
चांदी की कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। मंगलवार सुबह 9:55 बजे चांदी 1,47,460 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। कारोबारी सत्र के दौरान चांदी के दाम 1,47,521 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए। अक्टूबर में चांदी के दाम में 5,315 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई, जो 3.74 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

विदेशी बाजार में रिकॉर्ड
विदेशी बाजार में गोल्ड फ्यूचर 4,043.50 डॉलर प्रति ओंस पर पहुंच गया, जबकि गोल्ड स्पॉट 4,021.53 डॉलर प्रति ओंस पर रिकॉर्ड बनाया। पिछले साल के मुकाबले गोल्ड फ्यूचर और स्पॉट के दाम में 53 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।

सोने की बढ़ती मांग के कारण
विश्वभर में सोने की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। कम ब्याज दरों और कमजोर अमेरिकी डॉलर ने सोने को निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बना दिया है। इस वर्ष एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड में 64 अरब डॉलर तक निवेश किया गया, जिसमें अकेले सितंबर में 17.3 अरब डॉलर जोड़े गए। चीन के पीपुल्स बैंक ने भी अपनी सोने की होल्डिंग बढ़ाकर 74.06 मिलियन फाइन ट्रॉय औंस कर दी है।

विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक अस्थिरता के बीच सोने और चांदी में यह तेजी फिलहाल जारी रह सकती है।