अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत दिए हैं कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौता जल्द ही हो सकता है। राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हासेट ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा कि दोनों देशों के बीच समझौते के काफी करीब पहुंच चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में उन्होंने अमेरिकी राजदूत से इस विषय पर बातचीत की है।

भारत और अमेरिका मार्च से द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहे हैं और अब तक छह दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है। हासेट ने भारत के रूस के साथ संबंधों की स्थिति पर भी ध्यान दिलाया और कहा कि इसमें कुछ पेचीदगियां हैं। उन्होंने कहा, “भारत रूस के साथ जो करता है और हमारे साथ जो करता है, उसमें तालमेल बैठाना आसान नहीं है। फिर भी हम आशावादी हैं और उम्मीद है कि सभी मुद्दे जल्द सुलझ जाएंगे।"

वहीं, मंगलवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते से जुड़ी “अच्छी खबर” तभी सुनने को मिलेगी जब यह निष्पक्ष, संतुलित और न्यायसंगत होगा। गोयल ने कहा कि भारत अपने किसानों, मछुआरों और लघु उद्योगों के हितों की पूरी रक्षा करेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा सकता है, बशर्ते यह सभी हितधारकों के लिए संतुलित और लाभकारी साबित हो।