नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि फिनटेक कंपनियों को ऐसे उत्पाद और सेवाएं तैयार करनी चाहिए जो सरल, उपयोग में आसान और सभी के लिए सुलभ हों। उनका यह संदेश ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में दिया गया।
मल्होत्रा ने कहा कि यह आवश्यक है कि तकनीकी नवाचार सभी वर्गों तक पहुंचे, खासकर वरिष्ठ नागरिकों, सीमित डिजिटल साक्षरता वाले लोगों और विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों तक। ऐसा करने से वित्तीय समावेशन बढ़ेगा और भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर होगा।
RBI गवर्नर ने भारत के फिनटेक इकोसिस्टम की सफलता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि देश में लगभग 10,000 फिनटेक संस्थाएं कार्यरत हैं, जिन्होंने वित्तीय सेवाओं को बड़े पैमाने पर और किफायती तरीके से लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।
मल्होत्रा ने डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे का भी जिक्र किया और इसे रोकने के लिए फिनटेक कंपनियों से सक्रिय प्रयास करने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) का उदाहरण देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य ऋणदाताओं के लिए वैकल्पिक ऋण मॉडल तैयार करना है, बिल्कुल उसी तरह जैसे यूपीआई ने भुगतान क्षेत्र में क्रांति लाई।