शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। कारोबार की शुरुआत में ही प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में लगभग 180 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जबकि निफ्टी 50 में भी कमजोर शुरुआत देखने को मिली। बीते चार सत्रों की गिरावट के चलते निवेशकों की करीब 13 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई है।
बीते सोमवार को भी शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था। सेंसेक्स 572.07 अंक या 0.70 फीसदी टूटकर 80,891.02 पर पहुंच गया था, जबकि निफ्टी 156.10 अंक यानी 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 24,680.90 पर बंद हुआ। बाजार पर भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में अनिश्चितता का असर पड़ा है, जिससे निवेशकों में बेचैनी बनी हुई है।
घबराहट के बीच हल्की रिकवरी
मंगलवार को शुरुआती गिरावट के बाद बाजार ने थोड़ी रिकवरी जरूर की, लेकिन समग्र रुझान अब भी कमजोर बना हुआ है। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में कई बैंकिंग स्टॉक्स जैसे HDFC और ICICI बैंक के शेयरों में दबाव रहा। इसके अलावा सरकारी कंपनियां पावर ग्रिड और एनटीपीसी भी लाल निशान में रहीं। हालांकि, रिलायंस और टाइटन जैसे कुछ शेयरों में हल्की बढ़त दिखी।
मार्केट कैप में भारी गिरावट
अमेरिका द्वारा शुल्क बढ़ाने की संभावनाओं के चलते वैश्विक स्तर पर बढ़ती अनिश्चितता का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है। अमेरिका के साथ व्यापार समझौते में देरी और 1 अगस्त की समयसीमा नजदीक आने से निवेशक सतर्क हो गए हैं। बीते बुधवार से लेकर अब तक सेंसेक्स में कुल मिलाकर 1600 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान बीएसई का कुल बाजार पूंजीकरण करीब 13 लाख करोड़ रुपये घट चुका है।