बीते दो दिनों से घरेलू शेयर बाजार में मजबूत तेजी बनी हुई है। निवेशकों की कमाई में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को जहां निवेशकों की पूंजी में करीब चार लाख करोड़ रुपये का इज़ाफ़ा हुआ था, वहीं गुरुवार को भी बाजार खुलते ही यह तेजी बरकरार दिखी।

ट्रेडिंग की शुरुआत में सेंसेक्स 400 अंक से अधिक चढ़कर पहली बार 86,000 के स्तर के ऊपर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 26,300 के पार नई ऊंचाई पर दर्ज हुआ। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 16 शेयरों में बढ़त रही, जबकि 14 में गिरावट देखने को मिली। बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट्स शीर्ष लाभ देने वाले शेयर रहे, जिनमें 0.8% से 1.5% तक की तेजी देखने को मिली।

मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक भी मजबूत शुरुआत के साथ क्रमशः 0.1% की मामूली बढ़त में कारोबार कर रहे थे।

तेजी के पीछे ग्लोबल फैक्टर

एशियाई शेयर बाजारों में गुरुवार को मजबूती रही, जबकि डॉलर इंडेक्स कमजोर हुआ। बाजार को उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व अगले महीने ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। थैंक्सगिविंग अवकाश के चलते अमेरिकी बाजार बंद रहे, जिससे वैश्विक कारोबार शांत रहा।

टेक्नोलॉजी और एआई सेक्टर में संभावित बबल की आशंका के बावजूद निवेशकों की धारणा बनी हुई है।
MSCI का एशिया-प्रशांत इंडेक्स 0.4% उछला। जापान का निक्केई और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1% से अधिक बढ़त के साथ बंद हुए।

चीन में रियल एस्टेट इंडेक्स 1.5% फिसलकर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गया, हालांकि CSI 300 इंडेक्स 0.4% चढ़ा। सोने की कीमत भी पिछले सत्र में बढ़त के बाद 0.4% गिरकर 4,146.53 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

कच्चे तेल में नरमी

यूक्रेन-रूस युद्ध में संभावित युद्धविराम को लेकर उम्मीद बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई।
ब्रेंट क्रूड 0.3% टूटकर 62.92 डॉलर प्रति बैरल पर और WTI 0.4% गिरकर 58.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

अमेरिका में अवकाश के कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम भी कम रहा।

रुपया मामूली मजबूत

गुरुवार को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 0.07% की हल्की मजबूती के साथ 89.2050 पर खुला।
विशेषज्ञों का मानना है कि फेड की संभावित दर कटौती और डॉलर की कमजोरी से रुपये को सहारा मिला है, लेकिन यह लाभ अधिक समय तक टिकेगा, इसकी संभावना कम है।

इस सप्ताह डॉलर इंडेक्स में लगभग 0.8% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे वैश्विक मुद्राओं पर सकारात्मक असर हुआ है।