चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) कार्यकर्ताओं ने भाजपा के दफ्तर की तरफ कूच किया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की। पुलिस ने लाठियां भी भांजीं।
एनएसयूआई कार्यकर्ता 30 जनवरी को होने वाले मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के रोकने पर कार्यकर्ता बैरिकेड पर चढ़ गए। वहीं सूत्रों के अनुसार, कुछ प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भाजपा पर हमला तेज कर दिया है। मंगलवार सुबह भी यूथ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया था। आप ने पहली बार निगम के सामने स्क्रीन लगाकर चुनाव के दिन का वीडियो चलाया और लोगों को दिखाया।
आप के प्रदेश सह-प्रभारी डॉ. एसएस अहलूवालिया ने कहा कि वीडियो से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा वोट चोर पार्टी है। अनिल मसीह ने तो सिर्फ काम को अंजाम दिया है, असली साजिशकर्ता कोई और है। उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अनिल मसीह के हाव-भाव से साफ लग रहा था कि इस काम को करने के लिए उन्हें ऊपर से आदेश आया था। अहलूवालिया ने कहा कि भाजपा के कई मनोनीत पार्षद वहां मौजूद कैमरामैनों को कैमरा हटाने के निर्देश दे रहे थे। उनकी भी चोरी पकड़ी गई है। कहा कि जब तक चंडीगढ़ में धांधली कर बनाया गया भाजपा का नया मेयर नहीं हटता, हम अपना भूख हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।