उत्तराखंड में चीनी घुसपैठ

चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) भारत के दोनों पड़ोसी देश इस वक्त एक साथ भारत के लिए चुनौती बने हुए हैं. एक तरफ जहां पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के तंगधार क्षेत्र में सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है, वहीं दूसरी ओर चीन उत्तराखंड (Uttarakhand) में घुसपैठ कर भारत को आंख दिखाने की कोशिश कर रहा है. दरअसल उत्तराखंड के चमोली से लगे चीनी सीमा इलाके बाड़ाहोती में करीब 100 चीनी सैनिकों के देखे जाने की खबर आई. कहा जा रहा है कि यह सैनिक भारतीय सीमा में दाखिल हुए और कुछ इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा कर वापस लौट गए.

चीन की हरकत को देखकर भारत का खुफिया तंत्र पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और सीमावर्ती इलाकों में सैनिकों की निगरानी भी बढ़ा दी गई है. हालांकि चीनी सेना का यह पहली बार घुसपैठ नहीं है. इससे पहले 30 अगस्त को भी तकरीबन 100 चीनी सैनिक भारतीय सीमा के अंदर दिखाई दिए थे. लेकिन जैसे ही भारतीय सेना के जवान वहां पहुंचे चीनी सैनिक बॉर्डर पार कर अपने इलाके में भाग गए. इससे पहले साल 2018 में भी अगस्त महीने में 3 बार चीनी सैनिकों को आईटीबीपी के चौकियों के पास देखा गया था. अब सवाल उठता है कि गलवान घाटी में हुए भीषण संग्राम के 17 महीनों बाद भी चीन आखिर क्यों नहीं सुधर रहा है और वह बार-बार भारत को उकसाने की कार्यवाही क्यों कर रहा है?

पूर्वी लद्दाख में चीन ने तैयार किए कई शेल्टर

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि खबर आ रही है कि एलएसी पर सर्दियों के मौसम को देखते हुए चीन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन ने पूर्वी लद्दाख में अपने सैनिकों के लिए कई सेंटर तैयार करवाए हैं. यहां तक की चीन ने इन जगहों पर एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की भी तैनाती की है. यही नहीं रेड आर्मी ने पूर्वी लद्दाख की सीमा पर 80 से ज्यादा कंटेनरों को अलग-अलग जगह पर रख कर वहां चीनी सैनिकों के रहने का बेहतर इंतजाम किया है. इसके साथ वहां अत्याधुनिक सर्विलांस उपकरण माउंटेन रडार भी तैनात किए गए हैं. चीन की ऐसी तैयारी देख कर लोगों के मन में सवाल उठने लगा है कि पिछले तकरीबन 17 महीनों से जिस सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच बातचीत हो रही थी क्या चीन उसे बर्बाद करने पर तुला हुआ है.

भारतीय सेना भी सतर्क

एलएसी पर मौजूदा हालात को देखकर भारतीय सेना भी पूरी तरह से सतर्क हो गई है. सूत्रों की माने तो भारतीय सेना सीमा पर बड़े पैमाने पर ड्रोन तैनात करने की योजना बना रही है जिसके लिए भारतीय सेना अपने बेड़े में नए इजराइली और भारतीय ड्रोनों को शामिल कर रही है. दरअसल एलएसी पर हुए बवाल के बाद चीन ने तनाव वाले कुछ इलाकों से तो अपने सैनिक भले ही हटा लिए थे. लेकिन अप्रैल 2020 के बात से तैनात अपने किसी भी सैन्य टुकड़ी को उसने सीमा से वापस नहीं बुलाया है. इसके साथ ही वह एलएसी पर अपने सैनिकों को लंबे समय तक तैनात करने के एजेंडे पर काम कर रहा है, जिससे चीन के खतरनाक मंसूबे साफ झलक रहे हैं. चीन भारतीय सीमा के पास तिब्बत के गांव में सैन्य ठिकानों के निर्माण पर भी भारी निवेश कर रहा है ताकि भारत पर दबाव बना सके.

पाकिस्तान भी सुधरने को तैयार नहीं

एक तरफ जहां हिंदुस्तान पूरी दुनिया में अपने विकास के लिए वाहवाही बटोर रहा है, अपने वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए शाबाशी लूट रहा है. वहीं पाकिस्तान भारत को परेशान करने के नए-नए हथकंडे अपना रहा है. बीते रविवार को पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के तंगधार इलाके में सीजफायर का उल्लंघन किया, यह उल्लंघन 24 फरवरी के बाद पहली बार हुआ. यानि लगभग 7 महीनों बाद. पाकिस्तान ने भारत की ओर 60 एमएम के मोर्टार दागे और अंधाधुंध गोलीबारी की. भारतीय सेना ने पाकिस्तान का मुंहतोड़ जवाब दिया. हालांकि जानकार मानते हैं पाकिस्तान ऐसा तभी करता है जब उसे भारतीय सीमा में आतंकवादियों की घुसपैठ करानी होती है.

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऐसा किया है. 2003 में जब भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर एग्रीमेंट हुआ था उसके बाद से ही कुछ रुक-रुक कर पाकिस्तान इसका उल्लंघन करता आया है. लेकिन फरवरी में दोनों देशों के सेनाओं की ओर से सीजफायर को गंभीरता से पालन करने की बात कही गई थी. हालांकि पाकिस्तान ने बीते रविवार जिस तरह से बिना किसी उकसावे के सीजफायर का उल्लंघन किया और गोलीबारी की उसने पाकिस्तान के मंसूबों को साफ-साफ दर्शा दिया है कि वह जम्मू कश्मीर में फिर से आतंकवादी गतिविधियां बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.

भारत में घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं आतंकी

भारत जहां अमेरिका में क्वॉड देशों के साथ पूरी दुनिया को अपनी मजबूती दिखा रहा है, वहीं पाकिस्तान भारत में आतंकियों को घुसपैठ कराने की योजना बना रहा है. खुफिया रिपोर्ट कहते हैं कि पीओके में आतंकियों के सभी कैंपों पर आतंकवादियों का जमावड़ा शुरू हो गया है. पाकिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है कि सर्दियों से पहले आतंकियों की घुसपैठ घाटी में करा दे. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक मच्छिल सेक्टर की दूसरी ओर तेजियां में लश्कर के 6 आतंकी, तंगधार की दूसरी ओर जूरा पोस्ट में 10 से 12 अलग-अलग तंजीमों के आतंकी, छाजुआ सेक्टर में 6 लश्कर के आतंकी, नौशेरा की दूसरी ओर पीओके से 6 लश्कर के आतंकी, पुंछ में एलओसी के दूसरी ओर तकरीबन 8 से 10 आतंकी घाटी में घुसपैठ करने के लिए तैयार बैठे हैं.

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