हिमाचल में पांच जगह फटे बादल, 51 की मौत; 621 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में पिछले 72 घंटों से लगातार जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। सावन के सोमवार को भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य में जगह-जगह बादल फटने और भूस्खलन से 51 लोगों की मौत गई। करीब 30 लोग मलबे में दबने और बहने से लापता हैं। मंडी जिले में 18, राजधानी शिमला में 14, सोलन में 11, कांगड़ा-हमीरपुर में 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है। शिमला, सोलन, कांगड़ा में एक-एक और मंडी में दो जगह बादल फटे हैं। शिमला में 15, मंडी में 3, हमीरपुर में दो और सिरमौर में एक व्यक्ति लापता है। मंडी में छह लोग घायल हुए हैं।

आठ एनएच समेत 621 सड़कें बंद
 प्रदेश सरकार ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। केवल रस्मी तौर पर ही तिरंगा फहराया जाएगा। प्रदेश में रविवार रात को सामान्य से 357 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। सूबे में आठ नेशनल हाईवे और 621 सड़कें बंद हो गईं हैं। मंडी के पराशर रोड पर 250 पर्यटक फंसे हैं। इन्हें सुरक्षित निकालना चुनौती बन गया है। शिमला में भी पर्यटक होटलों में ही कैद हैं। 

शिमला में 15 की मौत, कई मलबे में दबे
राजधानी शिमला के समरहिल में भारी भूस्खलन के बाद आए मलबे और पेड़ गिरने से शिवबाड़ी मंदिर में माथा टेकने आए लोग दब गए। यहां अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं जबकि 15 से ज्यादा लोगों के दबे होने की सूचना है। लोग यहां बादल फटने की आशंका जता रहे हैं। शिमला के ही फागली में भूस्खलन की चपेट में एक मकान आ गया। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई है। तीन घायलों को रेस्क्यू किया गया है।

जड़ौण में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत

 सोलन के ममलीग के जड़ौण गांव में देर रात करीब 1:30 बजे बादल फटने से एक परिवार के सात लोगों और अर्की के चलोग गांव में देर रात भवन की दीवार गिरने से एक युवती और बच्चे की दबकर मौत हो गई है। लौहारघाट पंचायत के बानली गांव में एक मकान ढहने से पत्नी-पति मलबे में दब गए। इसमें पति को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि पत्नी की मौत हो गई है। ममलीग के जड़ौण गांव में बादल फटने से एक परिवार के दो भवन चपेट में आए हैं। इसमें कुल 13 लोग मौजूद थे। इसमें सात की मौत हो गई है जबकि 6 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। नालागढ़ के मलोण में मकान ढहने से दादी-पोता मलबे में दब गए। इसमें दादी की मौत हो गई। पोता और एक अन्य सदस्य घायल हैं।

मंडी में 18 लोगों की मौत

 उधर, जिला मंडी में बादल फटने, भूस्खलन और बाढ़ के चलते 18 लोगों की जान चली गई है जबकि छह घायल हैं। तीन लोग लापता हो गए हैं। सरकाघाट के मसेरन में बादल फटने से एक महिला की मौत हो गई है। धर्मपुर में भूस्खलन के चलते दो मौतें हुई हैं। द्रंग क्षेत्र के सेगली में कुल सात लोगों की दबने से मौत हो गई है और छह जख्मी हैं। मृतकों में तीन महिलाएं 3 बच्चे और एक व्यक्ति के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बल्ह क्षेत्र के टिक्कर गागल में 22 वर्षीय युवक अक्षत पुत्र मोहनलाल निवासी की मौत हुई है। मंडी सदर के स्कोर में एक महिला की भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हुई है। सांबल पंडोह में बादल फटने से छह लोगों की मौत हुई है इनकी अभी तक पहचान नहीं हुई है जबकि एक लापता है। मंडी के मझवाड़ में भी दो लोग लापता हैं।

खड्ड में बहने से बालक की मौत,  बलोह में बादल पटा

कांगड़ा जिले में फतेहपुर की ठेहड़ पंचायत की खड्ड में तेज बहाव में बहने से एक 11 वर्षीय बालक की मौत हो गई है। मैक्लोडगंज में ट्रांसफार्मर का फ्यूज बदलते समय एमईएस कैंट में कार्यरत आउटसोर्स विद्युत कर्मी की भी मौत हो गई है। रानीताल के निकट बाथू के पास जीप पर मलबा गिरने से ऊना अखबार लेकर जा रहे व्यक्ति की मौत हो गई है। कांगड़ा के थुरल के साथ लगती पंचायत बलोह में बादल फटने से चौधरी बस्ती में एक मकान गिर गया और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मकान में रह रहे परिवार के चार सदस्यों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाल कर थुरल के विश्राम गृह में ठहराया गया है। बादल फटने से पहाड़ी का मलबा पालमपुर-सुजानपुर राजमार्ग पर आ गया है जिससे आने जाने वाले राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

ड्राइवर तेज बहाव में बह गया

हमीरपुर के बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ब्याड़ के पास एक कार पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गई। गाड़ी में सवार तीन लोगों में से दो को पुलिस टीम ने सुरक्षित बचाया। ड्राइवर तेज बहाव में बह गया। सुजानपुर के निकट जलशक्ति विभाग के पंप हाउस के पास हुए भूस्खलन में एक नेपाली महिला की और भगेटू में एक वृद्ध की मौत हुई है। गत दिवस लझयााणी में एक महिला की मौत हो गई थी। 24 घंटे के अंदर तीन मौतें हो गई हैं। नादौन उपमंडल के गांव रैल में एक महिला और बड़सर उपमंडल की ब्याड़ खड्ड में एक व्यक्ति बह गया है।

चंबा में मबले में दबने से व्यक्ति की मौत

जिला चंबा के भटियात की रायपुर पंचायत में एक व्यक्ति की मलबे में दबने से मौत हो गई है। ग्राम पंचायत खरगट और टिकरी पंचायतों के मध्य में स्थित खखरून गांव में गोशाला में बंधी गाय और सड़क के साथ खड़ी की बोलेरो गाड़ी बह गई है। इसके अलावा पंचायत में पिकअप वाहन, स्कूटी, बाइक मलबे में दब गए हैं। नाहन की विक्रमबाग पंचायत में घर में मलबे में दबने से 14 वर्षीय इमरान की मौत हो गई जबकि दो भाई घायल हैं। सलानीकटौला पंचायत में 47 वर्षीय महिला भूस्खलन की चपेट में आने से मलबे में दब गई है।

4697 बिजली ट्रांसफार्मर, 1506 पेयजल योजनाएं ठप

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश भर में 4697 बिजली ट्रांसफार्मर और 1506 जलापूर्ति योजनाएं बंद हो गई हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 345, शिमला 115 और हमीरपुर में 124 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। मंडी जिले में 2672 और शिमला में 348 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद हैं।

तीन बड़े घटनास्थलों पर पहुंचे मुख्यमंत्री सुक्खू, किन्नर कैलाश यात्रा पर रोक

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शिमला के समरहिल में शिवबाड़ी मंदिर, फागली और सोलन के ममलीग में घटनास्थल पर पहुंचे और राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने देर शाम सचिवालय में आपात बैठक बुलाई। हजारों शिव भक्तों की आस्था के केंद्र किन्नर कैलाश यात्रा पर रोक लगा दी गई है। प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए किन्नौर जिला प्रशासन ने यात्रा रोक दी है। रामपुर में भूस्खलन के चलते कई स्थानों पर नेशनल हाईवे पांच बाधित हुआ है।

हवाई सेवाएं ठप, 66 कच्चे पक्के मकान ध्वस्त, लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

भारी बारिश से सोमवार को प्रदेश भर में 66 मकान ढह गए जबकि 226 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रदेश में अब तक प्राकृतिक आपदा से 7170.85 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग को अब तक सबसे ज्यादा 2248.69 करोड़ का नुकसान हो चुका है। जल शक्ति विभाग को 1668.68 करोड़ और बिजली बोर्ड को प्राकृतिक आपदा से 1505 करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है। लोक निर्माण विभाग ने सड़कों की बहाली के लिए कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। 500 से ज्यादा मशीनें सड़क बहाल करने में लगाई गई हैं।

हवाई सेवाएं ठप
खराब मौसम के चलते कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर आने वाली इंडिगो और स्पाइसजेट की दो विमान सेवाएं रद्द हो गई हैं। भुंतर और जुब्बड़हट्टी शिमला में भी हवाई सेवाएं ठप रहीं। कालका-शिमला और पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पहले ही ठप चल रही हैं।

ये आठ एनएच बाधित

कालका-शिमला
शिमला-किन्नौर
शिमला-धर्मशाला
मंडी-पठानकोट
चंडीगढ़-मनाली
जालंधर-मंडी
कुल्लू-आनी
मंडी-पठानकोट 

मंगलवार को भी भारी बारिश का येलो अलर्ट
प्रदेश में मंगलवार को भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 16 अगस्त से हल्की बारिश के आसार हैं। 20 अगस्त तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। सोमवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहा।

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