सीएम नीतीश ने पूर्व सांसद बुलो मंडल को दिलाई जदयू की सदस्यता

पटना/ भागलपुर –   लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव के मतजान से पहले राजद को एक और तगड़ा झटका लगा है. भागलपुर से सांसद रहे शैलेश कुमार मंडल उर्फ बूलो मंडल के पार्टी छोड़ने से राजद के साथ कांग्रेस को भी बड़ा आघात लगा है.जदयू कार्यालय में मिलन समारोह में पूर्व सांसद बुलो मंडल ने जदयू की सदस्यता ली. समर्थकों के साथ  जेडीयू ऑफिस पहुंचे बुल्लो मंडल को सीएम नीतीश ने सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर सांसद ललन सिंह और मंत्री विजय चौधरी मौजूद रहे.

  राजद नेता बुलो मंडल ने आज यानी गुरुवार को लालू से पल्ला झाड़ते हुए जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली. बुलो मंडल के जदयू में शामिल होने से सियासी गणित बिगड़ने की बात की जा रही है.वहीं मंडल के जदयू में आने से इंडी गठबंधन को मतदान से ठीक पहले तगड़ा झटका लगा है.  राजद को अपने एक पूर्व सांसद के खोने का झटका लगा है तो कांग्रेस की परेशानी यह है कि भागलपुर सीट  से उसके प्रत्याशी अजीत शर्मा ताल ठोक रहे हैं.

बता दें साल 2014 में राजद के टिकट पर शैलेश कुमार मंडल उर्फ बुलो मंडल भागलपुर लोकसभा चुनाव जीते थे. मोदी लहर में भी उन्होंने भाजपा के  शाहनवाज हुसैन को पटखनी दी थी. राजद ने 2019 में भी टिकट दिया था. लेकिन वे हार गए. इस बार भागल पुर सीट कांग्रेस के खाते में चली गई. इससे  बुलो मंडल नाराज बताए जा रहे थे. बुलो मंडल  पिछले 20 सालों में अकेले ऐसे नेता रहे हैं, जिन्हें इंडी गठबंधन के किसी दल की ओर से एक बार जीत मिली. 

जदयू  की सदस्यता लेने के बाद बुलो मंडल ने राजद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आरजेडी में अब आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि अब पुराना राजद अब नहीं रहा. सीएम नीतीश की प्रशंसा करते हुए ंडल ने कहा कि  सीएम नीतीश कुमार लगातार बिहार में काम कर रहे हैं. विपक्ष में हम थे तब भी सीएम ने मेरे आग्रह पर जन समस्या के लिए काम किया. 

बहरहाल बुल्लो मंडल के राजद से पल्ला झाड़ने और जदयू का दमन थामने से राजद के साथ कांग्रेस को भी तगड़ा झटका लगा है. भागलपुर में बुल्लो मंडल का प्रभाव बताया जा रहा है ऐसे में पहले चरण के मतदान से पहले मंडल के जदयू में शामिल होने से क्या सियासी गुल खिलेगा देखना बाकी है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here