पंजाब प्रदेश कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू आज अक्रामक अंदाज में दिखाई दिए. सिद्धू ने बुधवार को शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर कृषि कानूनों का समर्थन करने का आरोप लगाया. साथ ही सिद्धू ने कहा कि बादल ने अध्यादेशों का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सिद्धू ने कहा, सर्वदलीय बैठक के दौरान 10 कृषि कानूनों पर प्रस्ताव पारित किए गए. जिसमें सुखबीर सिंह बादल ने अपना नाम वापस ले ले लिया. यह तर्क देते हुए प्रस्ताव का विरोध किया कि अध्यादेश में कुछ भी गलत नहीं है, इसे किसान समर्थक बताया. अकाली दल की करनी और कथनी का फर्क इसी बात से लगा सकते हैं.
उन्होने कहा कांग्रेस ने पंजाब में सबसे पहले MSP व मंडी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागु कराया. जिसका फायदा किसानों को मिल रहा है. कांग्रेस के जमाने में ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) लाई गई. कांग्रेस किसानों, मजदूरों व नौजवानों के बारे में सोचने वाली पार्टी है. बीजेपी अपने किये वादों को ही आज तक पूरा नहीं कर पाई है. चुनाव जीतने से पहले जो वादे किये जाते हैं. सरकार बनने के बाद बीजेपी उन्हे भूल जाती है. ANI के ट्विट से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सरकार में ही एमएसपी, मंडी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू किया गया. साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) भी कांग्रेस द्वारा ही लाई गई. आपको बता दें कि जब पत्रकारों ने नवजोत सिंह सिद्दू से उनकी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर की तकरार के बारे में बात की तो वो बचते नजर आए. उन्होने कहा कि ये हमारे घर की बात है इसे सुलझा लिया जाएगा.
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, कांग्रेस एमएसपी, मंडी, नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट लेकर आई. कांग्रेस ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) लेकर आई. सिद्धू ने अकाली दल पर ये आरोप भी लगाया कि केंद्र के तीनों कृषि कानून बादल परिवार के लिखे हुए हैं. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र के कृषि कानून 2013 में अकाली दल के बनाए गए कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट की फोटोकॉपी हैं.