थाना जगदीशपुरा के मालखाने में चोरी करने के आरोपी की मौत

आगरा में थाना जगदीशपुरा के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए युवक की मंगलवार रात को मौत हो गई। पुलिस उससे चोरी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास में लगी हुई थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। युवक सफाई कर्मी था। युवक की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं। 
मां बोली, पुलिस वालों के खोल रहा था नाम, इसलिए मार दिया बेटा 
थाना जगदीशपुरा में चोरी के मामले में पकड़े गए अरुण कुमार की हिरासत में मौत के मामले के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां कमला देवी का कहना है कि पुलिस वालों ने चोरी का आरोप लगाते हुए पूरे परिवार को उठा लिया और उनकी पिटाई लगाई। अरुण कुछ पुलिस वालों के नाम बता रहा था। नाम उजागर न हो जाएं, इसलिए उसे मार दिया। मुझे इंसाफ चाहिए जिसने उसे मारा है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

पत्नी ने लगाए पुलिस पर आरोप
मृतक की पत्नी सोनम ने भी कहा है कि पुलिस ने उसकी पिटाई लगाई। उनसे पैसा लाने को दबाव बना रहे थे। महिला पुलिस कर्मियों के साथ पुरुष पुलिस कर्मियों ने भी पिटाई लगाई। पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक के परिजन एकत्रित हुए और वहां पुलिस पर आरोप लगाए। 

कि पुलिस ने चोरी के मामले में अरुण नामक युवक को हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ की जा रही थी। अरुण थाने में सफाई करने आता था। घटना के बाद वह फरार हो गया था। इससे शक के घेरे में आ गया था। पुलिस ने तलाश कर उसे पकड़ा था।

थाने के मालखाने में चोरी के मामले में हिरासत में अरुण की मौत के बाद परिजनों ने बताया था कि अरुण को पूछताछ के लिए पुलिस रात को 3:30 बजे घर लेकर आई थी। इस दौरान ही उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। भाई सोनू ने पुलिस प्रशासन से दो करोड़ रुपए और मृतक आश्रित को नौकरी देने की मांग की। 

अरुण थाने में आता था सफाई के लिए
अरुण की मौत के बाद वाल्मीकि समाज के लोग भी एकजुट होने लगे हैं। इससे बवाल की आशंका है। आसपास के जिलों से भी फोर्स को बुलाया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मालखाना से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में शक के घेरे में आया सफाई कर्मचारी ताजगंज क्षेत्र में छिपा हुआ था। उसने पुलिस से बचने के लिए अपना सिर मुंडवा लिया था। मंगलवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस की टीम उससे पूछताछ कर रही थी। 

कांग्रेस नेताओं की लगाई पिटाई
पोस्टमार्टम हाउस पर वाल्मीकि समाज के लोगों ने कांग्रेस के नेता राघवेंद्र सिंह मीनू सहित तीन की पिटाई लगा दी। आरोप है कि उन्हें जमीन पर गिरा गिरा कर पीटा गया। कांग्रेस नेता लोगों से बातचीत करने के लिए आए थे। मौके पर पुलिस कर्मियों के आने के बाद ही उनको छोड़ा गया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू ने आरोप लगाए हैं कि पीड़ित परिजनों से मिलने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजदूगी में उनकी पिटाई की, मेरी हत्या भी कर सकते थे। पूरी घटना से हाई कमान को अवगत कराया गया है।

गरमाई राजनीति
अरुण की पुलिस हिरासत में मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पोस्टमार्टम हाउस पर जाकर परिजनों से मुलाकात की। वहीं वाल्मीकि समाज के नेता भी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस ने वाल्मीकि बस्ती को छावनी में तब्दील कर दिया है।

मालखाना से 25 लाख की चोरी: हिरासत में लिए सफाई कर्मी की मौत, मां बोलीं- पुलिस वालों के खोल रहा था नाम, इसलिए मार दिया

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