दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग हमारे देश से प्यार करते हैं, चाहे वे कांग्रेस, आप या भाजपा से हों और भले ही किसी भी पार्टी से संबद्ध न हों, उन्हें उतरना चाहिए और उन्हें (पहलवानों को) समर्थन देने के लिए यहां आना चाहिए। आपको बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह भाजपा के सांसद भी हैं। हालांकि, इससे पहले बजरंग पुनिया ने साफ तौर पर कहा कि कुछ लोग हमारे आंदोलन को बदलने और अलग दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे हैं, हम इस चीज का खंडन करते हैं। हम यहां सिर्फ न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए आए हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि मोदी जी ने ग़रीबों के बच्चों को पढ़ाने वाले को जेल में डाल दिया। और महिला खिलाड़ियों का शोषण करने वाले को गले से लगा लिया?पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम खिलाड़ी हैं और हम किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करते। यहां आकर जो भी हमारे धरने को भटकाने की कोशिश कर रहा है, उसका जिम्मेदार वो खुद होगा हम नहीं होंगे। आपको बता दें कि पहलवानों के प्रदर्शन में कई राजनेता शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि अगर 2 FIR दर्ज़ हुई हैं तो उसकी किसी को भी कॉपी नहीं मिली है। किसी को नहीं मालूम कि उस FIR में क्या लिखा है। इस शख्स(WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह) पर गंभीर आरोप हैं, तो पहले उनको पद से हटाएं।
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर जो पहलवान आंदोलन पर बैठे हैं, ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट के हाथ में चला गया है। जो सुप्रीम कोर्ट निर्देश देगा, उस पर सरकार को काम करना पड़ेगा। WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों? हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं? हिमाचल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं? 12 साल से लगातार इनके साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है, वो यौन उत्पीड़न देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं होता है?