धनबाद। झारखंड के धनबाद जिले में बुधवार को जज उत्तम आनंद की मौत का मामला अब हत्या के एंगल से देखा जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मामला संदिग्ध लगने लगा है। इसी मामले को लेकर झारखंड के आईजी अमोल विनुकांत होमकर ने बताया कि मामले में आगे की जांच के लिए एडीजी (ऑप्स) संजय आनंद लथकर के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। आगे की जांच सावधानी से की जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि धारा 302 आईपीसी (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सिटी एसपी धनबाद की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। जांच में मदद के लिए सीआईडी और एफएसएल की टीम को तैनात किया गया है। सीनियर एसपी धनबाद और डीआईजी बोकारो की निगरानी में जांच होगी।
झारखंड के धनबाद में अपर जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या पर अमोल विनुकांत होमकर ने बताया कि जांच और सीसीटीवी फुटेज के दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर, अपराध में शामिल 2 लोगों और ऑटो की पहचान की गई। लखन कुमार वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से ऑटो जब्त किया गया। उन्होंने अपराध कबूल कर लिया है।
वहीं इस मामले में झारखंड सरकार के महाधिवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि इस मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। विभिन्न कोणों पर विचार किया जा रहा है और जांच की जा रही है। विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
ऑटो मालिक ने दिया बयान
जिस ऑटो से जिला जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी गई थी, उस ऑटो के मालिक ने बड़ा बयान दिया है। उसने बताया कि लगभग 3.30 बजे मैंने देखा कि मेरा ऑटो गायब था जो घर के बाहर खड़ा था। मैंने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। मुझे रात 8 बजे पुलिस थाने बुलाया गया है।
बुधवार सुबह धनबाद में एक सड़क हादसे में जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत की खबर सामने आई थी। बताया जा रहा था कि कल सुबह जब वो मार्निंग वॉक पर निकले थे तो उन्हें एक ऑटो ने पीछे से टक्कर मार दी थी, जिससे वो सड़क पर गिर पड़े थे और गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्हें आस-पास के लोगों ने शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय पहुंचाया था, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।