बिहार में सत्तारूढ़ जदयू के एमएलसी को ईडी का नोटिस

पिछली छापेमारी में डेढ़ करोड़ नगदी और 11 करोड़ की संपत्ति के पेपर मिलने पर जनता दल यूनाईटेड (JDU) के विधान पार्षद राधा चरण सेठ के 60 बैंक खातों में जमा 6 करोड़ फ्रीज करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉड्रिंग की जांच आगे बढ़ा दी है। अवैध बालू खनन को लेकर पुलिस में दर्ज मामले के बाद मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू हुई थी। अब इसी के तहत ईडी की पटना इकाई ने जदयू के एमएलसी राधा चरण सेठ और उनके बेटे कन्हैया को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। उन्हें 15 दिनों के अंदर कार्यालय में अपना पक्ष लेकर हाजिर होने के लिए कहा गया है। 

एक बार 22, फिर 27 ठिकानों पर हुई थी जांच
आरा-बक्सर स्थानीय प्राधिकार सीट से जदयू के एमएलसी राधा चरण सेठ के आरा में अनाइठ और बाबू बाजार स्थित आवास पर जून में भी जांच हुई थी। उस दिन पटना, धनबाद, हजारीबाग और कोलकाता समेत कुल 27 ठिकानों पर जांच हुई थी। उससे पहले फरवरी में जदयू एमलसी के 22 ठिकानों पर एक साथ जांच हुई थी। फरवरी में कर वंचना के मामले में इनकम टैक्स ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी। उस बड़ी कार्रवाई पर बिहार की सियासत गरमा गई थी। जदयू नेताओं ने इसे केंद्र सरकार के निर्देश पर सरकारी एजेंसियों का दुर्भावभापूर्ण दुरुपयोग कहा था। जून में जब आरा में जांच हो रही थी, तब जेडीयू एमलसी राधाचरण वहां मौजूद नहीं थे। सीआरपीएफ की टुकड़ी के साथ पहुंचे अधिकारियों ने राधाचरण साह उर्फ राधा चरण सेठ के नए और पुराने आवास के मुख्य गेट को बंद कर दिया था। 

बालू माफियाओं के साथ अवैध कारोबार का आरोप
जदयू एमएलसी पर आरोप है कि वह बालू माफियाओं के साथ मिलकर अपना अवैध कारोबार बढ़ा रहे हैं। पटना के बिहटा थाने में बालू के काले कारोबार को लेकर केस दर्ज है। बिहटा से आरा के बीच बालू घाटों पर अवैध खनन का बड़ा खेल होता है और इस पूरे क्षेत्र में जदयू एमएलसी के अलावा बिहार में सत्ताधारी कुछ नेताओं की सीधी दखल का प्रभाव दिखता है। 
 

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