विश्व की सबसे बड़ी पैदल चलने वाली कांवड़ यात्रा समापन की ओर है। दो अगस्त को भगवान शिव की पिंडी पर देश के करोड़ों शिवभक्त गंगोत्री व हरिद्वार से लाये पवित्र जल से जलाभिषेक करेंगे। कुछ दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं, हादसों के साथ कांवड़ यात्रा कुशलता से सम्पन्न होने को है। कांवड़ यात्रा की व्यवस्था, प्रबंध में यद्यपि प्रशासन व अनेक शासकीय विभागों का सहयोग रहता है, तथापि सबसे बड़ी भूमिका पुलिसजनों की रहती है। मेरठ जोन के ए.डी.जी. डी.के. ठाकुर एवं पुलिस के तमाम उच्च अधिकारियों ने पूर्ण सतर्कता बरती और सभी गतिविधियों पर निगाह रखी। इस बार कांवड़ यात्रा में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष बहुत खतरे थे, सेक्युलरवादी, तुष्टीकरण करने वाला राजनीतिक समूह, कमिटेड जुडीशरी, एजेंडावादी मीडिया ने हिन्दू-मुस्लिम टकराव का षड्यंत्र रचने में कोई कोर कसर उठा नहीं रखी किन्तु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ प्रशासनिक क्षमता व सूझ-बूझ से कांवड़ यात्रा निर्विघ्न संपन्न होने को है।

मुजफ्फरनगर इस विराट कावड़ यात्रा का संवेदनशील संगम स्थल है। यहां से करोड़ों शिवभक्त तमाम राज्यों के लिए होकर गुज़रते हैं। जिला अधिकारी अरविन्द मलप्पा बंगारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह, दोनों ए.डी.एम. तमाम एस.डी.एम., सिटी मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, ए.एस.पी., एस.पी.सिटी, सभी सी.ओज, यातायात पुलिस, एल.आई.यू., विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता और बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ महावीर सिंह फौजदार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार व तमाम डाक्टर्स एवं स्टाफ, नगरपालिका परिषद चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप एवं नगरपालिका स्वास्थ्य विभाग, विशेषकर शहर की सड़कों को चौबीसों घंटे स्वच्छ रखने में जुटे हमारे सफाईकर्मी निःसन्देह बधाई व प्रशंसा के पात्र हैं।

कावंड यात्रा सकुशल सम्पन्न होने पर शिव चौक की महाआरती पर हर वर्ष जिला अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सम्मानित करने की परम्परा है। हमारा आयोजकों से निवेदन है कि डीएम, एसएसपी के साथ ही विद्युत विभाग, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व चतुर्थ श्रेणी के सफाईकर्मियों का अभिनन्दन व सम्मान किया जाए।

गोविन्द वर्मा
संपादक 'देहात'