बीजापुर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़, जान बचाकर भागे नक्सली

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बुधवार को एक बार फिर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से हुई फायरिंग के बाद नक्सली जान बचाकर भाग निकले। पिछले चार दिनों में नक्सल मुठभेड़ की जिले में यह दूसरी घटना है। तब चार नक्सली मारे गए थे। वहीं मंगलवार को सुकमा में हुई मुठभेड़ में एक हेड कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था। मुठभेड़ की पुष्टि बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने की है। 

जानकारी के मुताबिक, जिले से DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और कोबरा बटालियन के जवान संयुक्त रूप से सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवानों ने भी मोर्चा लिया। दोनों ओर से हुई फायरिंग में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली वहां से भाग निकले। सभी जवान सुरक्षित बताए जा रहे हैं। फिलहाल इलाके में सर्चिंग जारी है। ज्यादा जानकारी जवानों के लौटने के बाद मिलेगी। 

जिले में चार दिन में दूसरी बार हुई मुठभेड़
बीजापुर जिले के मिरतुर क्षेत्र में करीब चार दिन पहले शनिवार को भी नक्सलियों से सुरक्षा बलों मुठभेड़ हुई थी। इसमें दो महिला नक्सली सहित चार माओवादी मारे गए थे। पुलिस ने चारों के शव बरामद किए। वहीं भारी मात्रा में विस्फोटक और अन्य सामान भी बरामद किया था। जवानों ने माओवादी समूह के सदस्यों मोहन कडती और सुमित्रा के साथ होने की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया था। 

नक्सलियों ने पर्चा जारी कर अपना साथी बताया
मुठभेड़ में मारे गए चार नक्सलियों को लेकर माओवादी संगठन ने बुधवार को पर्चा भी जारी किया है। नक्सलियों के पश्चिम डिवजन के प्रवक्ता मोहन ने की ओर से जारी प्रेस नोट में मुठभेड़ में मारे गए चारों नक्सलियों को उनका सदस्य बताया है। नक्सली प्रवक्ता के अनुसार, सुबह सात बजे जवानों ने घेरा था। अचानक फायरिंग कर दी, जिसका विरोध करते हुए हमारे चार साथी मारे गए। उसमें से मन्नी ओयाम, मड़काम सुकराम, पुनेम चूक्की और लाली माड़वी है। 

कल आईईडी विस्फोट में जवान हुआ था घायल
मंगलवार सुबह भी बीजापुर में IED ब्लास्ट की चपेट में आने से CRPF का एक कॉन्स्टेबल घायल हो गया था। कॉन्स्टेबल को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने जवानों से बचने के लिए IED प्लांट किया था। CRPF 168वीं बटालियन के जवान गलगाम गांव के जंगल में एरिया डोमिनेशन के लिए निकले थे। घेराबंदी के दौरान कॉन्स्टेबल दीपक पासवान प्रेशर IED की चपेट में आ गया। 

सुकमा मुठभेड़ में शहीद हुआ था जवान
वहीं मंगलवार को सुकमा में भी मुठभेड़ हुई थी। डब्बाकोंटा इलाके में कुछ दिनों से नया पुलिस कैंप स्थापित किया जा रहा है। शाम करीब 4.30 बजे नक्सलियों ने कैंप पर फायरिंग कर दी। 15-20 मिनट तक चली इस फायरिंग में कोबरा 222वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल केरल निवासी मोहम्मद सुलेमान शहीद हो गए थे। बुधवार को सैन्य सम्मान के साथ उनको श्रद्धांजलि दी गई और शव गृहग्राम रवाना किया गया। 

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