हरियाणा के जींद के खटकड़ गांव में हुई किसानों की महापंचायत में फैसला लिया गया कि 27 अप्रैल तक यदि अनीष खटकड़ समेत सभी किसान नेताओं को रिहा नहीं किया गया तो फिर किसान बैठक करके आंदोलन का फैसला लेंगे।
पंचायत के बाद एक घंटे के लिए जींद-पटियाला नेशनल हाईवे को खटकड़ गांव के पास जाम भी किया गया। किसानों ने कहा कि यह केवल सांकेतिक जाम था, यदि जरूर पड़ी तो सड़क मार्ग अनिश्चितकाल के लिए भी बंद किया जा सकता। महापंचायत में जगजीत सिंह डल्लेवाल पहुंचे थे, लेकिन सरवन की पंधेर की बेटी बीमार होने के कारण वह नहीं पहुंचे।
महापंचायत लगभग 12 बजे शुरू हुई। इसके बाद भाषणों का दौर चलता रहा। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि सरकार किसानों को नाजायज रुप से परेशान कर रही है। जिन किसानों को जेल में बंद किया गया है, उनके खिलाफ कोई सुबूत ही नहीं हैं, लेकिन किसानों के आंदोलन को कूचलने के लिए सरकार यह कदम उठा रही है।
डल्लेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा और लोकसभा चुनाव के बाद बनने वाली सरकार से भी उनकी यही मांग रहेगी। महापंचायत में निर्णय लिया गया कि 27 अप्रैल तक यदि किसान नेता जेल से बाहर नहीं आए तो फिर किसान बड़े आंदोलन का निर्णय लेने को मजबूर होंगे। गांव खटकड़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
वहीं बरसोला में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसी कारण पंचायत में किसी बड़े आंदोलन की घोषणा नहीं की गई। सभी वक्ताओं ने कहा कि फिलहाल 27 अप्रैल तक का समय सरकार व प्रशसन को दिया जाता है। इसके बाद बड़े आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा।
अनीष खटकड़ से मिलकर अनशन खुलवाने का करेंगे प्रयास
महापंचायत आयोजक कैप्टन भूपेंद्र सिंह जागलान ने कहा कि पुलिस तथा प्रशासन की टीम से भी बात हुई थी। जेल में अनीष खटकड़ से मिलकर उसका अनशन खुलवाने का प्रयास किया जाएगा। किसान कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे हैं। आंदोलन की लड़ाई भी जारी रहेगी।