किसान आंदोलन को आज 6 महीने पूरे हो गए हैं. आज के दिन को किसान ‘ब्लैक डे’ (Farmers Black Day Protest) यानी काला दिवस के तौर पर मना रहे हैं. आज किसान काली पट्टी बांधकर और सिर पर काले रंग की पगड़ी पहन कर केंद्र सरकार और कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. किसानों का कहना है कि कोई भी हिंसक प्रदर्शन नहीं होगा लेकिन दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. बुधवार सुबह किसानों ने पुतला जलाने की कोशिश की लेकिन पुलिस के रोकने पर वहां धक्का-मुक्की शुरू हो गई. हालांकि बाद में पुलिस ने समझा कर मामले को शांत करा दिया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी नागरिकों से अपने घरों, वाहनों और अन्य स्थानों से काला झंडा लहराकर ‘काला दिवस’ मनाने की अपील की. किसान नेताओं ने कहा कि किसानों को इस दिन काली पगड़ी और काली चुन्नी पहननी चाहिए. एक किसान नेता कुलवंत सिंह ने कहा कि वे हर सीमा पर काले झंडे लगाएंगे.
दिल्ली पुलिस के कड़े सुरक्षा इंतजाम
26 जनवरी को जबरन किसान दिल्ली में घुस गए थे और काफी हिंसा हुई थी. किसानों के आज ब्लैक डे के दौरान किसान दिल्ली में ज़बरदस्ती ना घुस आए, किसी तरह की हिंसा ना हो, इसके लिए दिल्ली में तमाम बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस को तैनात किया गया है.
आईटीओ जाने वाले रास्ते पर यमुना के पुल के ऊपर दिल्ली पुलिस के काफी संख्या में जवान तैनात किए गए हैं. थ्री लेयर बैरिकेडिंग की गई है. सुबह से ही इलाके के डीसीपी जसमीत सिंह और करोल बाग थाने के एसएचओ मनिंदर सिंह सहित भारी पुलिस फोर्स हर एक-एक गाड़ी को चेक करने के बाद ही आईटीओ की तरफ जाने दे रही है ताकि इन गाड़ियों में कोई किसान ना हो. पिछली बार आईटीओ पर जबर्दस्त हिंसा हुई थी.
इलाके के डीसीपी जसमीत सिंह का कहना है कि हर गाड़ी चेक करने के अलावा पेट्रोलिंग भी बढ़ाई गई है. हर जगह पुलिस तैनात की गई है. और अगर कोई किसान जबरदस्ती दिल्ली में घुसता है या हिंसा करने की कोशिश करता है तो उसको गिरफ्तार किया जाएगा.
अखिलेश यादव ने किया किसानों के ‘काला दिवस’ का समर्थन
समाजवादी पार्टी ने किसानों के काला दिवस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि, भाजपा सरकार के अहंकार के कारण आज देश में किसानों के साथ जो अपमानजनक व्यवहार हो रहा है उससे देश का हर नागरिक आक्रोशित है. हमारे हर निवाले पर किसानों का क़र्ज़ है. अखिलेश यादव ने आगे लिखा- बहाकर अपना ख़ून-पसीना जो दाने पहुँचाता घर-घर
‘काला दिवस’ मना रहा है, आज वो देश का ‘हलधर’
आप ने किसान संगठनों के 26 मई को काला दिवस मनाने के फैसले का समर्थन किया
इससे पहले पंजाब के मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को केंद्र के नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के 26 मई को ‘काला दिवस’ मनाने के फैसले के समर्थन का ऐलान किया. आप विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र से तीन नये कृषि कानूनों को निरस्त करने की अपील की. चीमा ने भाजपा नीत सरकार पर कृषक समुदाय पर इन कानूनों को जबरन थोपने का आरोप लगाया.
उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘केंद्र सरकार को देश में ऐसे काले कानूनों को थोपने पर जोर नहीं देना चाहिए.’ किसान संगठनों ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन के छह माह पूरे होने पर 26 मई को ‘काला दिवस’ मनाने का आह्वान किया है. किसान पिछले साल नंवबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं और तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.चालीस से अधिक किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वार्ता की बहाली की अपील की थी.