चंडीगढ़। पंजाब के कई किसान संगठनों ने भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) की अगुवाई में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। दरअसल, गेहूं खरीद पर बोनस, धान की बुआई और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से जुड़ी हुई अपनी मांगों को लेकर किसानों ने दिल्ली की तरह ही चंडीगढ़ की तरफ कूच किया है। जिसको लेकर चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।
मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा मोर्चा
इसी संबंध में बीकेयू नेता जगजीत सिंह दलावल का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने दिल्ली की तरह ही एक मोर्चा शुरू किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीकेयू नेता जगजीत सिंह दलाल ने कहा कि हमने दिल्ली की तरह एक ‘मोर्चा’ शुरू किया है और तब तक जारी रहेगा जब तक कि गेहूं के लिए बोनस देने सहित हमारी विभिन्न मांगें पूरी नहीं हो जातीं, जिस पर मुख्यमंत्री ने पहले सहमति जताई थी।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार चाहती है कि हम चावल नहीं बोएं तो अन्य फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा की जानी चाहिए। आपको बता दें कि चंडीगढ़ की तरफ कूच करते हुए किसानों ने पुलिस की पहली बैरिकेडिंग तोड़ दी थी लेकिन दूसरे बैरिकेड के पास किसानों को रोक लिया गया। जिसके बाद किसान शांत होकर वहीं पर बैठ गए।
कई किसान संगठनों ने केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर एक साल से भी अधिक समय तक चले आंदोलन की तर्ज पर चंडीगढ़ में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का आह्वान किया था। किसान गेहूं खरीद पर बोनस की मांग कर रहे हैं, क्योकि भीषण गर्मी की स्थिति के कारण पैदावार में कमी आई है।