पेरिस/नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने फ्रांस की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत के संघर्ष में फ्रांस के निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में ‘होरिज़न 2047’ रोडमैप को लागू करने पर सहमति बनी और रक्षा सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा हुई।

डॉ. जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी राष्ट्रपति मैक्रों को सौंपा, जिसमें आतंकवाद विरोधी अभियानों में फ्रांसीसी सहयोग की सराहना की गई। उन्होंने कहा कि भारत-फ्रांस संबंध अब साझा महत्वाकांक्षाओं और आपसी विश्वास पर आधारित हैं।

11 से 14 जून तक चली इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने फ्रांसीसी विदेश मंत्री नोएल बैरट से भी मुलाकात की। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी में आ रही प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और इसे और विस्तार देने के उपायों पर चर्चा की।

भारत और फ्रांस वर्तमान में रक्षा, अंतरिक्ष, आतंकवाद विरोध, और वैश्विक विषयों पर घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही दोनों देशों का ध्यान तकनीक, नवाचार, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, जीवन विज्ञान, शिक्षा, संग्रहालय सहयोग और जनसंपर्क को मजबूत करने पर भी केंद्रित है।