फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। यह बदलाव पूर्व प्रधानमंत्री फ्रांस्वा बायरू के इस्तीफे के बाद किया गया। बायरू संसद में विश्वास मत हासिल करने में विफल रहे थे।
संसद में हार के बाद इस्तीफा
बायरू ने सरकारी खर्चों में भारी कटौती करने की योजना पेश की थी, लेकिन संसद ने इसका विरोध किया। विश्वास मत में हार के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा। अब लेकोर्नू के सामने सबसे बड़ी चुनौती विभाजित संसद में आगामी बजट पारित कराना होगा।
बायरू का विवादित दांव
बायरू को पिछले वर्ष प्रधानमंत्री बनाया गया था। उन्होंने 2026 के बजट को लेकर विश्वास मत का रास्ता चुना, लेकिन उनकी योजना उलटी पड़ गई। इस बजट में लगभग 44 अरब यूरो की बचत करने का प्रस्ताव था, जिसमें दो सार्वजनिक छुट्टियों को खत्म करना भी शामिल था।
आर्थिक संकट गहराया
फ्रांस की मौजूदा स्थिति वित्तीय संकट से घिरी हुई है। राष्ट्रीय घाटा GDP का 5.8% तक पहुँच चुका है, जो यूरोपीय संघ की अधिकतम सीमा 3% से लगभग दोगुना है। वहीं, देश का कर्ज अब 3.3 ट्रिलियन यूरो से अधिक हो गया है, जो कुल अर्थव्यवस्था का लगभग 114% है।
बायरू का तर्क
बायरू का कहना था कि खर्चों में कटौती टालना अब संभव नहीं है। उनका मानना था कि कठोर कदम उठाए बिना देश की आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है।