गाजा संकट पर वैश्विक शांति की दिशा में आज मिस्र के शर्म-अल-शेख शहर में एक अहम अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित करीब 20 देशों के शीर्ष नेता शामिल होंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और ट्रंप इस सम्मेलन की संयुक्त अध्यक्षता करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य गाजा में युद्धविराम लागू करने और पश्चिम एशिया में स्थायी शांति बहाल करने के उपायों पर विचार करना है।
भारत की ओर से इस सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिस्र की ओर से औपचारिक निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन उन्होंने इसमें शामिल न होने का निर्णय लिया है।
ट्रंप बोले – “यह ऐतिहासिक क्षण, हर कोई खुश है”
मध्य पूर्व रवाना होने से पहले एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उनका यह दौरा क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में “एक निर्णायक कदम” साबित होगा। उन्होंने कहा, “हम इस बार सबको खुश करने जा रहे हैं – चाहे यहूदी हों, मुस्लिम या अरब देश। ऐसा शायद पहली बार हो रहा है जब सभी पक्ष एक साथ संतुष्ट हैं।”
ट्रंप ने बताया कि वे पहले इस्राइल जाएंगे और फिर वहीं से मिस्र पहुंचेंगे। उन्होंने इसे इस्राइल-हमास युद्धविराम समझौते की घोषणा के बाद पहली आधिकारिक यात्रा बताया।
“युद्ध खत्म हो चुका है, लोग अब शांति चाहते हैं”
इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम पर पूछे गए सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा, “हां, युद्ध खत्म हो गया है और मुझे विश्वास है कि यह स्थायी रहेगा। लोग अब थक चुके हैं, वे शांति चाहते हैं।”
उन्होंने दावा किया कि यह उनकी आठवीं जंग है जिसे उन्होंने सुलझाया है। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी तनाव पर भी वे लौटकर ध्यान देंगे।
भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम का फिर लिया श्रेय
ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का श्रेय खुद को दिया। उन्होंने कहा, “मैंने दोनों देशों के बीच युद्ध को आर्थिक दबाव और टैरिफ की चेतावनी देकर रोका था। अगर ऐसा न किया होता, तो शायद वह संघर्ष कभी नहीं रुकता।”
इस्राइल और मिस्र में छोटा लेकिन अहम प्रवास
ट्रंप के कार्यक्रम के अनुसार वे इस्राइल में सात घंटे से कम और मिस्र में लगभग तीन घंटे रहेंगे। मिस्र में होने वाले शांति समारोह के दौरान युद्धविराम समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर की संभावना है, हालांकि समझौते के विवरण अब तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
हमास करेगा 20 बंधकों की रिहाई
इस बीच, उम्मीद जताई जा रही है कि हमास सोमवार सुबह 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा।
गौरतलब है कि 7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इस्राइल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 लोग मारे गए थे। तब से अब तक गाजा में इस्राइली सैन्य अभियान के दौरान 66 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।