अमेरिका में अचानक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। संघीय जांच एजेंसी (FBI) ने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के पूर्व राजदूत जॉन बोल्टन के घर छापा मारा है।
जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई उनकी किताब ‘The Room Where It Happened’ से जुड़ी है, जिसमें कथित तौर पर कई गोपनीय सूचनाओं का खुलासा किया गया है। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे मैरीलैंड के बेथेस्डा स्थित उनके घर पर एफबीआई टीम पहुंची।
FBI डायरेक्टर का बयान
एफबीआई प्रमुख काश पटेल के निर्देश पर यह छापेमारी की गई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा– “कानून से ऊपर कोई नहीं है। एफबीआई एजेंट अपने मिशन पर हैं।”
बोल्टन ट्रंप प्रशासन के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे, लेकिन मतभेदों के चलते बाद में वे लगातार ट्रंप और उनकी नीतियों के आलोचक बने रहे।
किताब को लेकर विवाद
यह पूरा मामला 2020 में प्रकाशित उनकी किताब से संबंधित है। इसमें ट्रंप प्रशासन से जुड़े कई संवेदनशील पहलुओं का उल्लेख किया गया था। उस समय ट्रंप ने इसकी रिलीज रोकने की कोशिश की थी, लेकिन किताब प्रकाशित हो गई।
सितंबर 2020 में अमेरिकी न्याय विभाग ने इस पुस्तक पर जांच शुरू की थी। अब उसी जांच को आगे बढ़ाते हुए एफबीआई ने यह कार्रवाई की है। बोल्टन पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप लगाया गया है।
ट्रंप पर तंज
हाल ही में बोल्टन ने ट्रंप के उस दावे पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम उन्हीं की पहल से हुआ। बोल्टन ने इसे ट्रंप की आदत करार दिया और कहा कि उनका यह बयान वास्तविकता से मेल नहीं खाता तथा भारत से इसका कोई संबंध नहीं है।